चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने नशा तस्करों को चेतावनी दी है कि अब उन्हें पंजाब में नशे का कारोबार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और आगामी दिनों में नशा तस्कर या तो पंजाब छोड़कर जाएंगे या फिर जेल में होंगे। यह चेतावनी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने नशा तस्करों को दी है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि पंजाब के किसी भी हिस्से में नशा तस्कर दिखाई दें, तो वे पंजाब सरकार के टोल-फ्री नंबर 97791-00200 पर कॉल करके तुरंत जानकारी दें ताकि उन नशा तस्करों को मौके पर ही पकड़ लिया जाए। यह नशे के खिलाफ टोल-फ्री नंबर व्हाट्सएप पर भी चैटबॉट के जरिए काम करता है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि यदि जनता इस मामले में पंजाब सरकार का साथ देती है, तो वह दिन दूर नहीं जब पंजाब से नशा पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने से पहले पंजाब के लोगों को जो गारंटियां दी गई थीं, उन सभी गारंटियों को पूरा किया जा रहा है। अब पंजाब सरकार ने राज्य को नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया है, इसमें नशा करने वाले व्यक्तियों का इलाज करवाकर उन्हें स्वस्थ समाज का हिस्सा बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई ‘युद्ध नशे के खिलाफ’ मुहिम में पंजाब को नशामुक्त बनाने में निर्णायक भूमिका निभाई जाएगी और नशे के खत्म होने के लिए समाज के हर वर्ग के लोगों का सहयोग जरूरी होगा। उन्होंने कहा कि हम राज्य की युवा पीढ़ी को बचाना चाहते हैं और पंजाब की युवाओं को गलत रास्ते पर ले जाने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी व्यक्ति नशा करते हैं, उनके साथ सरकार सहानुभूति का व्यवहार कर रही है। सहानुभूति के साथ ही मरीजों का इलाज किया जा रहा है। सबसे पहले नशा करने वालों को गोलियां दी जाएंगी ताकि ओवरडोज से होने वाली मौतों को रोका जा सके। इसके बाद उनकी गोलियां भी छुड़वा दी जाएंगी और उन्हें खेलों से जोड़ा जाएगा तथा नौकरी के अवसर भी दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे पहले चिट्टे की समस्या को जड़ से खत्म करना है। पंजाब सरकार की इस नशे के खिलाफ मुहिम को लोगों से भारी समर्थन मिल रहा है। लोग सरकार को आशीर्वाद दे रहे हैं कि उनके बेटे, भाई आदि को नशे की दलदल से बाहर निकालने के लिए सरकार पूरी कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि नशे के मुद्दे को पंजाबवासियों को एकजुट होकर हल करना चाहिए।