कुख्यात मादक पदार्थ तस्कर रणजीत उर्फ चीता भाई सहित सिरसा से गिरफ्तार

सिरसा, एनआईए व पंजाब पुलिस पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी

सरसा (सुनील वर्मा)। एनआईए, पंजाब व सिरसा पुलिस की टीम ने संयुक्त ऑप्रेशन में सिरसा में बड़ी कामयाबी को अंजाम दिया है। टीमों ने पंजाब के दो मोस्ट वांटेड व उनके एक मददगार सहित तीन लोगों को काबू किया है। उप पुलिस महानिरीक्षक एवं सिरसा के पुलिस अधीक्षक डा. अरुण सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान मोस्ट वांटेड रणजीत सिंह उर्फ चीता व उसका भाई गगनदीप उर्फ गगन निवासी अवहेलिया वाली, पंजाब हाल अमृतसर व मददगार जिला सिरसा के गांव वेदवाला निवासी गुरमीत सिंह के रुप में हुई है।

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संयुक्त ऑप्रेशन में दो मोस्ट वांटेड व मददगार सहित तीन काबू

उन्होंने बताया कि सिरसा पुलिस, एनआईए व पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने वर्ष 2019 में सदर अमृतसर थाने में दर्ज एनडीपीएस मामलें में करोड़ो रुपए की 532 किलोग्राम हेरोइन बरामदगी व आतंकी संगठनों को आर्थिक मदद देने के मामलों में दो मोस्ट वांटेड व मददगार को गिरफ्तार किया है। रणजीत सिंह उर्फ चीता व उसका भाई गगनदीप उर्फ गगन एनआईए व पंजाब पुलिस को सदर अमृतसर थाना में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत दर्ज अभियोग नं. 18 व आतंकी संगठनों को मदद करने के मामले में दर्ज अभियोग नंबर 135 में मोस्ट वांटेड थे। उन्होंने बताया कि रणजीत सिहं उर्फ चीता व उसके भाई गगनदीप उर्फ गगन को एनआईए व पंजाब पुलिस के हवाले कर दिया है, जबकि मददगार गांव वैदवाला निवासी गुरमीत को सिरसा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

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आतंकी संगठनों को आर्थिक मदद करने की बात भी आई सामने

उसे अदालत में पेश कर रिमांड हासिल किया जाएगा और रिमांड अवधि के दौरान उस से विस्तार से पूछताछ की जाएगी। उप पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि रणजीत सिंह उर्फ चीता और उसके भाई गगन के आतंकी संगठनों को आर्थिक मदद करने व आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से भी संपर्क होने की बात भी सामने आई है, जिसकी गहनता से जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि दोनों मोस्ट वांटेड रणजीत व गगन के खिलाफ पंजाब में विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत दस आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। गांव वैदवाला निवासी गुरमीत सिंह के कब्जे से एक किलो 200 ग्राम चूरा पोस्त भी बरामद हुआ है।

उप पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि गुरमीत सिंह मोस्ट वांटेड गगन का रिश्ते में साढू है और उसी ने अपनी आईडी से रणजीत व गगन को गांव बेगू में मकान दिलवाया था। उन्होंने बताया कि गुरमीत सिंह के खिलाफ सदर सिरसा थाना में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किया गया है। गुरमीत सिंह से विस्तार से पूछताछ की जाएगी और जो भी इस मामले में संलिप्त पाया गया उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। पुलिस अधीक्षक सिरसा ने बताया कि गिर तार किए गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और पूछताछ के दौरान अनेक आपराधिक वारदातों के बारे में महत्वपूर्ण खुलासे होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

सिरसा पुलिस की कार्यप्रणाली पर फिर लगा सवालिया निशान

एनआईए व पंजाब पुलिस द्वारा इस प्रकार की कार्रवाई का ये पहला मामला सिरसा में नहीं है, इससे पहले भी इस प्रकार के कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सब शून्य ही रहा है। कुछ वर्ष पूर्व पहले सिरसा में अफीम की बड़े स्तर पर तस्करी के आरोपी को चंडीगढ़ से आई टीम ने काबू कर नेटवर्क तोड़ा था, वहीं इस बार मोस्ट वांटेड दो भाइयों का लॉकडाऊन के बावजूद सिरसा में आकर रहना सिरसा पुलिस की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा कर रहा है। बताया जा रहा है कि दोनों भाई यहां पिछले काफी माह से किराए के मकान में रह रहे थे।

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