सरकार से 24 घंटे बिजली सप्लाई की मांग | Jaipur News
- 22 एवं 23 अगस्त को कोटा, उदयपुर, भरतपुर, जयपुर संभागों बारिश के आसार
जयपुर (सच कहूँ ब्यूरो)। राजस्थान में मानसून के लगातार पिछले दिनों से फीका रहने से बरसात की कमी के कारण खरीफ की फसल सूखने लगी है जिससे किसानों की चिंता बढ़ने लगी है। वहीं अगले पांच दिनों में अच्छी बरसात की कोई संभावना भी नहीं जताई गई। Jaipur News
हालांकि राज्य में अब तक औसत सामान्य बरसात दर्ज हो चुकी है, लेकिन इस महीने बहुत कम बरसात हुई है और पिछले 15-20 दिन से मानसून की अच्छी बरसात नहीं होने से जहां बरसात की कमी वाले जिलों की संख्या बढ़कर आठ पहुंच गई हैं, वहीं औसत सामान्य वर्षा वाले जिलों में भी किसानों की फसल सूखने लगी हैं। मौसम विभाग के अनुसार 19, 20 एवं 21 अगस्त को जोधपुर एवं बीकानेर संभाग में कहीं-कहीं हल्की वर्षा, 22 एवं 23 अगस्त को कोटा उदयपुर, भरतपुर, जयपुर संभागों कहीं कहीं वर्षा होने की संभावना है।
फसल बीमा योजना में खामियां दूर करने की मांग | Jaipur News
प्रदेश में बरसात की कमी से खरीफ की फसले सूखने लगने पर किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने शुक्रवार को कहा कि बारिश की कमी के कारण फसलें सूखने पर आ गई और फसलें सूख गई तो अकाल की स्थिति आ जाएगी। ऐसे में राज्य सरकार को तत्काल किसानों को 24 घंटें बिजली देनी चाहिए ताकि इससे सिंचाई के साधन वाले किसान तो फसल को बचा सके। जाट ने कहा कि सरकार को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एवं मुआवजा दोनों को प्रभावी बनाया जाना चाहिए और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में जो खामियां हैं, उन्हें दूर किया जाना चाहिए ताकि किसानों को फसल खराब होने पर पूरा मुआवजा मिल सके।
कहाँ कितनी बारिश
जल संसाधन विभाग के अनुसार राजस्थान में गत एक जून से 18 अगस्त तक सामान्य वर्षा 391.38 मिलीमीटर के मुकाबले 413.54 मिलीमीटर बरसात हुई, जो सामान्य वर्षा है। राज्य के 8 जिलों जैसलमेर, बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, चित्तौड़गढ़ डूंगरपुर, झालावाड़ एवं प्रतापगढ़ में अभी भी बरसात की कमी है। प्रदेश में जैसलमेर जिले में सबसे ज्यादा बरसात की कमी बनी हुई है और वहां अब तक सामान्य से 53.5 प्रतिशत कम बारिश हुई। जैसलमेर में सामान्य वर्षा 132.30 मिलीमीटर की तुलना में अब तक केवल 61.50 मिलीमीटर बरसात हुई। इसी तरह बारां जिले में सामान्य से 41 प्रतिशत वर्षा कम हुई है जबकि बांसवाडा जिले में 26 प्रतिशत बारिश की कमी है।
हालांकि अब तक जालोर जिले में 692.60 मिलीमीटर के साथ सर्वाधिक बरसात दर्ज की गई है, जो सामान्य से 123.2 प्रतिशत अधिक है। इसके बाद बाड़मेर में अब तक सामान्य से 119.3 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। इसके अलावा पाली एवं सिरोही जिलों में भी अब तक असामान्य बरसात हो चुकी है जबकि आठ जिलों अजमेर, बीकानेर, गंगानगर, झुंझुनूं, जोधपुर, नागौर, राजसमंद और सीकर में सामान्य से अधिक और 13 जिलों अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, चुरु, दौसा, धौलपुर, हनुमानगढ़, जयपुर, करौली, कोटा, सवाईमाधोपुर, टोंक एवं उदयपुर में सामान्य बरसात हो चुकी है।
बिसलपुर बांध में भी पानी का टोटा
राजधानी जयपुर सहित कई क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति का साधन टोंक जिले के बिसलपुर बांध में इस बार उसकी भराव क्षमता 1095.84 एम्क्यूएम की तुलना में अब तक उसका जलस्तर 795.05 एमक्यूएम पहुंचा है, जो भराव क्षमता का 72.56 प्रतिशत है। उल्लेखनीय है कि राज्य में मानसून ने गत 25 जून को कुछ पश्चिमी भागों में प्रवेश करने के बाद पूरे प्रदेश में सक्रिय हुआ और अच्छी बरसात हुई, लेकिन पिछले 15-20 दिन से फीका रहने से तेज गर्मी भी बढ़ने लगी है।
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