ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
रावतसर (सच कहूँ न्यूज)। निकटवर्ती ग्राम पंचायत 15-16 केडब्ल्यूडी के ग्रामीणो ने मुख्यमंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी रावतसर को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत 15-16 केडब्ल्यूडी में जलदाय विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के तहत पेयजल पाईप लाईन डाली जा रही है जिसमे बड़े स्तर पर निम्न क्वालिटी का कार्य किया जा रहा है पेयजल पाईप की गहराई सवा मीटर होनी चाहिए जबकि मात्र एक- सवा फुट ही गहराई मे पाईप डाली जा रही है पाईप लाईन, मोड व टी इत्यादि जी शिडयुल के मुताबिक ना करते हुए बहुत ही घटिया क्वालिटी का कार्य किया जा रहा है तथा साथ ही राजनीतिेक द्वेषता के कारण सरपंच के हस्तक्षेप से पानी कनैक्शन देने मे भी भेदभाव किया जा रहा है लोगो की एक- एक हजार की रसीद काटने के बाद भी जल कनैक्शन नही दिया जा रहा है व चक 15-16 केडब्ल्यूडी से चक 12 केडब्ल्यूडी की ढाणियों में पेयजल सप्लाई के लिए वर्ष 2010 मे डाली गई पाईप को लगभग 750 मीटर मे काट दिया जिससे उन ढाणियो मे करीब डेढ माह से पेयजल सप्लाई बंद पड़ी है।
ज्ञापन मे बताया कि ग्रामीणो द्वारा जब ठेकेदार को घटिया कार्य की शिकायत की तो ठेकेदार ने कहा कि हम ऐसे ही काम करेगे आप जिसे मर्जी शिकायत कर दो मैने इस कार्य का एईएन व जिला कलेक्टर सहित जलदाय विभाग के सभी उच्च अधिकारीयो को कमीशन दिया है इसलिए काम ऐसे ही होगा। ग्रामीणो द्वारा इससे पूर्व जेईएन व एईएन को शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नही है। फिर ग्रामीणो ने जिला कलेक्टर हनुमानगढ के नाम 8 अगस्त 2022 को उपखंड अधिकारी रावतसर को ज्ञापन दिया फिर भी कोई कार्यवाही ना होने के कारण 10 अगस्त 2022 को मजबूरन ग्रामीणो को धरना लगाना पड़ा व एक ग्रामीण उच्च जलाशय पर भी चढा जिस पर प्रशासनिक अधिकारीयो व जलदाय विभाग ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया की तीन चार दिन मे ही उक्त प्रकरण की जांच कर उचित सामाधान कर दिया जाएगा।
इस पर उच्च जलाशय पर चढा ग्रामीण नीचे उतरा व ग्रामीणो ने धरना समाप्त किया लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी द्वारा मौका मुआयना नही किया गया। न ही घटिया सामग्री को हटाने के लिए ठेकेदार को पाबंद किया। इससे स्पष्ट होता है कि ठेकेदार द्वारा उच्च अधिकारीयो को कमीशन दिया है जिससे उच्च अधिकारी ग्रमाीणो की सुनने के बजाए ठेकेदार पर कोई कार्यवाही नही कर रहे जिससे ग्रामीणो मे भारी रोष व्याप्त है। चेतावनी देते हुए ज्ञापन मे कहा कि ग्रामीणो की मांग है कि अगर 18 अगस्त 2022 को सुबह दस बजे तक पेयजल पाईप लाईन डालने मे उच्च अधिकारियों की मिलीभगत का कहकर घटिया कार्य करने वाले ठेकेदार, जेईएन, एईएन व सरपंच कर कानुनी कार्यवाही करने व जी शेडयुल के मुताबिक कार्य करवाने की कार्रवाही नही होती है तो ग्रामीणो द्वारा मजबूरन आंदोलनात्मक कदम उठाया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन व सरकार की होगी। इस मौके पर चन्द्रभान बलिहारा, हेतराम बलिहारा, मोहनलाल, पूर्व सरपंच बेगराज बलिहारा, शिशपाल शर्मा, मनोहर, मनीराम, गजानंद, हंसराज, पतराम आदि मौजूद थे।
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