मकानों को नुकसान
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। दो दिन पहले हुई तेज बारिश के कारण टाउन के वार्ड 32 के सूर्यनगर और पारीक कॉलोनी में भी मकानों, सड़कों व नालियों का काफी नुकसान हुआ। कई जगह हाल ही में निर्मित नालियां अत्यधिक बारिश नहीं झेल पाई और बरसाती पानी के साथ ही बह गई। नालियों का पानी मकानों की नींव में घुसने से मकानों की दीवारें में दरारें आ गई और फर्श बैठ गया। वार्डवासियों ने इसके लिए नगर परिषद को जिम्मेदार ठहराते हुए रोष जताया। वार्डवासियों ने बताया कि दो दिन पहले हुई भारी बारिश से वार्ड 32 में काफी नुकसान हुआ। वार्ड में कई जगह नालियां ढह गई और पानी खाली प्लाटों में भर गया। इसके अलावा बरसाती पानी नींव में जाने से मकानों को भी काफी नुकसान हुआ है। मकानों की दीवारों में दरारें आ गर्इं। वार्ड में हाल ही में बनी सड़कों व नालियों को इस बारिश से काफी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि थोड़ी सी बरसात ने नगर परिषद के दावों की पोल खोलकर रख दी है। उनके वार्ड में कई प्लाट खाली पड़े हैं। उनमें भर्ती नहीं हो रही। सड़कें व नालियां तो बना दी लेकिन पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं की गई। इस कारण खाला प्लाटों में भरे बरसाती पानी से आसपास के मकानों को नुकसान हो रहा है।
नगर परिषद पर लगाया लापरवाही का आरोप
इस बारिश के बाद वार्ड 32 के कई लोगों को नुकसान हुआ है। कई बार नगर परिषद अधिकारियों को अवगत करवाया गया लेकिन सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में विकास का कोई फायदा नहीं जब बरसाती पानी की निकासी की ही उचित व्यवस्था न हो। उन्होंने बताया कि वार्ड में सड़क व नाली निर्माण के दौरान उन्होंने आवाज उठाई थी कि वार्ड में खाली पड़े प्लाटों के मालिकों को नोटिस देकर मिट्टी भर्ती करवाई जाए ताकि बारिश में इस तरह की समस्या उत्पन्न न हो। पार्षद व ठेकेदार को भी कहा था लेकिन जिम्मेवार नहीं चेते। इसका खामियाजा वार्डवासियों को झेलना पड़ा है। नगर परिषद की इस लापरवाही से अगर उनके जान-माल का नुकसान होता है तो इसका भरपाई कौन करेगा। उन्होंने मांग की कि नगर परिषद हुए नुकसान की भरपाई करे। उधर, नगर परिषद उपसभापति अनिल खीचड़ ने कहा कि इस बार पिछले सालों की तुलना में अत्यधिक बारिश हुई है। इस वजह से बाद में बसावट वाले सूर्यनगर व पारीक कॉलोनी क्षेत्र में अभी भी कुछ लोगों के खाली प्लाट पड़े हैं। पिछले दिनों नगर परिषद की ओर से इन लोगों को नोटिस दिए गए थे। जिन लोगों के प्लाट खाली पड़े हैं और पट्टे बने हुए हैं, उनके पट्टे निरस्त कर कानूनी कार्रवाई करवाई जाएगी। जिनके पट्टे नहीं है उनके खिलाफ भी नियमानुसार कानूनी कार्रवाई नगर परिषद की ओर से की जाएगी। उपसभापति ने कहा कि अधिकतर नाली उस जगह से टूटी है जिनके पास मकान नहीं बने हुए। उन नालियों की तत्काल प्रभाव से मरम्मत करवाई जाएगी। प्लाट मालिकों को भी मिट्टी भर्ती करने के लिए पाबंद किया जाएगा। अगर नगर परिषद की वजह से किसी के मकान को नुकसान पहुंचा है तो जांच करवा प्रभावित की मदद की जाएगी।
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