डॉ. प्रतिभा अग्रवाल ने मास्टर्स ऑफ मनोविज्ञान में हासिल किया स्वर्ण पदक
ओढ़ां (सच कहूँ/राजू)। गांव ओढ़ां के पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय की छात्रा रही डॉ. प्रतिभा अग्रवाल ने वीएमओयू कोटा में मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि के लिए डॉ. प्रतिभा को राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े द्वारा दीक्षांत समारोह में स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया गया। नवोदय विद्यालय के प्राचार्य ललित कालड़ा ने बताया कि प्रतिभा ने अपने माता-पिता के साथ-साथ संस्थान का भी नाम रोशन किया है। Sirsa News
डॉ. प्रतिभा ने भारत के शीर्ष दंत चिकित्सा महाविद्यालय जीडीसी पटियाला में दंत चिकित्सक की शिक्षा ग्रहण की। लेकिन उस दौरान उन्होंने समाज में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता की कमी के कारण मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों से प्रेरित हो कर मनोविज्ञान का अध्ययन करने का फैसला किया। प्रतिभा ने मात्र 3 वर्षांे में कड़ी मेहनत के इसका अध्ययन परिपूर्ण किया। उन्होंने नीट परीक्षा की जूनियर रिसर्च फेलोशिप भी प्राप्त की। आईआईटी द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित जीएटीई परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक में 47वां स्थान हासिल किया था। डॉ. प्रतिभा ने अब स्नातकोत्तर में पूरे विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान हासिल कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
डॉ. प्रतिभा ने इसका श्रेय अपने परिवार को दिया है। गांव ओढां की रहने वाली प्रतिभा के माता-पिता दोनों सरकारी अध्यापक हैं। उनके पिता डॉ. ए.के अग्रवाल फतेहाबाद के पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय में अध्यापक हैं। तो वहीं उनकी माता अंजू अग्रवाल जीएचएस बड़ोपल में अध्यापक हैं। वहीं प्रतिभा का भाई प्रणव अग्रवाल एमबीबीएस कर रहा है। डॉ. प्रतिभा ने कहा कि कई बार विद्यार्थी विपरीत परिणामों के चलते आगे बढे से हिचकिचा जाते हैं। लेकिन मेहनत-लगन के आगे कुछ भी असंभव नहीं है। प्रतिभा के पिता डॉ. ए.के अग्रवाल ने कहा कि उनकी बेटी को अपनी मेहनत का फल मिला है। Sirsa News
India Book of Records: सरसा के विनय कुमार ने हासिल की ये बड़ी उपलब्धि!