1600 बच्चों के भविष्य पर लटकी तलवार
सच कहूँ/संजय मेहरा, गुरुग्राम। डीएलएफ सिटी फेज-2 स्थित डीपीएस (दिल्ली पब्लिक स्कूल) बिना मान्यता के ही चलाया जा रहा है। इससे यहां पढ़ने वाले 1600 बच्चों के भविष्य पर तलवार लटक गई है। अभिभावकों में स्कूल प्रबंधन के प्रति कड़ी नाराजगी है। यह स्कूल मारुति सुजूकी कंपनी के अधीन मारुति एम्पलोई एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा संचालित किया जा रहा है। शिकायत के बावजूद भी शिक्षा अधिकारियों द्वारा स्कूल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किये जाने से भी अभिभावक नाराज हैं।
डीएलएफ सिटी फेज-2 स्थित डीपीसी (दिल्ली पब्लिक स्कूल) है। इस स्कूल में करीब 1600 बच्चे पढ़ते हैं। अभिभावकों को स्कूल की भूमिका पर जब कुछ शक हुआ तो उन्होंने इसकी जांच की मांग की। साथ ही सीएम विंडो पर इस बाबत शिकायत भेजी। सीएम विंडो पर भेजी शिकायत पर आधार पर शिक्षा विभाग की ओर से जवाब दायर किया गया कि इस स्कूल के पास अपनी शाखा चलाने के लिए उचित मंजूरी नहीं है। कक्षा एक से तीन तक दाखिलों और संचालन की अनुमति पहले दी गई थी, जो कि अब समाप्त हो चुकी है। शिकायतकर्ता को इस बाबत कई बार साक्ष्य लेकर जांच में शामिल होने को कहा गया, लेकिन कोई उपस्थित नहीं हुआ। विद्यालय प्रधान ने 2021-22 को कक्षा नौवीं में पढ़ने वाले छात्रों को मारुति कुंज भोंडसी (सोहना) परिसर में समायोजित करने का निर्णय लिया गया है। 2022-23 में दसवीं कक्षा को स्कूल भोंडसी में स्थानांतरित करेगा। इसलिए शिकायतकर्ता के पास एक साल का समय है। वह अपनी सुविधा के अनुसार दूसरे स्कूल में अपने बच्चों का दाखिला करा सकता है।
बीईओ के जवाब से भी भड़के अभिभावक
सीएम विंडो पर खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा दायर किए गए इस जवाब से अभिभावक और भड़क गये हैं। उनका कहना है कि शिक्षा विभाग सीधे तौर पर स्कूल का पक्ष ले रहा है। अधिकारी कुछ कार्रवाई करने की बजाय अभिभावकों को ही सलाह दे रहे हैं कि वे अपने बच्चों को दूसरे स्कूल में दाखिला दिला लें। अभिभावकों ने आरोप लगाया है कि या तो दबाव में शिक्षा अधिकारी ऐसा कर रहे हैं या फिर भ्रष्टाचार से।
विधायक को ज्ञापन सौंप की कार्रवाई की मांग
अभिभावकों ने स्कूल द्वारा इसे धोखाधड़ी करार देते हुए गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला को ज्ञापन देकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पेरेंट्स रिप्रजेंटेटिव गु्रप आवाज रोअर की ओर से यह ज्ञापन दिया गया। दीपक जैन, महेश कुमार, रीना देवी, रेखा देवी, पुष्पा, पूनम, कुलदीप, मेनपाल समेत अनेक अभिभावकों ने कहा है कि बिना मान्यता के ही स्कूल चलाकर प्रबंधन लोगों से साथ धोखाधड़ी कर रहा है। स्कूल के पास सीबीएसई से कोई मान्यता नहीं है। इसलिए सवाल उठता है कि गुरुग्राम के अति पॉश इलाके में आखिर यह स्कूल चल कैसे रहा है। बच्चों के परिजनों का आरोप है कि इसमें शिक्षा विभाग की मिलीभगत है। इसी के चलते यहां पढ़ने वाले 1600 बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। अभिभावकों ने कहा है कि डीपीएस डीएलएफ सिटी स्कूल को डीपीएस मारुति कुंज अपना बताता है। यह कैसे संभव हो सकता है कि एक स्कूल की मान्यता से दूसरी जगह स्कूल चलाया जा सकता है। अभिभावकों की मांग है कि स्कूल मैनेजमेंट और एमईईटी गु्रप के खिलाफ धारा 420 में केस दर्ज किया जाए।
डीपीएस स्कूल के खिलाफ पेरैंट्स की शिकायत मिली है। यह गंभीर मसला है। शिक्षा मंत्री, आयुक्त, जिला शिक्षा अधिकारी को इस मामले से अवगत कराने को पत्र भेज रहे हैं। इसकी निष्पक्षता से जांच कराई जाएगी।
सुधीर सिंगला, विधायक गुरुग्राम।