डॉक्टर पवन गुप्ता ने कहा, सावधानी बरतें, जब दिखे छोटा दाना,उसकी जांच जरूर करवाना | Ghaziabad News
- चार बार ओरल कैंसर झेलने वाले 53 वर्षीय मरीज का मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में डॉक्टर पवन गुप्ता और सौरभ अरोड़ा ने सफल इलाज कर,कैंसर लाईलाज है, के मिथक को तोड़ा
गाजियाबाद (सच कहूं/रविंद्र सिंह)। Ghaziabad News: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के वैशाली स्थित मैक्स हॉस्पिटल वैशाली के तजुर्बेकार डॉक्टरों ने एक ऐसे मरीज का सफल इलाज किया है जिसे चार बार ओरल कैंसर (मुंह का कैंसर) का सामना करना पड़ा। और वह आज बिलकुल स्वास्थ है। यह जानकारी डॉक्टर पवन गुप्ता और सौरभ अरोड़ा ने दी। आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि 53 वर्षीय एक मरीज को हर बार अलग- अलग जगह कैंसर हुआ था। Ghaziabad News
ये सफलता की कहानी कैंसर के खिलाफ लड़ाई में अवेयरनेस और अर्ली डिटेक्शन के अहम रोल को दर्शाती है।समय पर इलाज, स्किल्ड और व्यापक ट्रीटमेंट और मरीज की इच्छाशक्ति से मरीज की जान बचाई गई और कैंसर को हराया गया डॉक्टरों की मदद से अब मरीज स्पष्ट बोलने लगे, ठीक से चबाने और निगलने लगे है।
जब भी देखो छोटा दाना, उसकी जांच जरूर कराना: डॉ पवन गुप्ता | Ghaziabad News
मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल वैशाली में सीनियर डायरेक्टर ऑफ सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (हेड एंड नेक) के डॉक्टर सौरभ कुमार अरोड़ा और डॉक्टर पवन गुप्ता की टीम ने ओरल कैंसर के इस केस की चुनौतियों को मैनेज करते हुए मरीज का सफल इलाज किया।उन्होंने कहा कि जब भी देखो छोटा दाना,उसकी जांच जरूर कराना।
मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (हेड एंड नेक) के सीनियर डायरेक्टर डॉक्टर सौरभ अरोड़ा ने बताया कि “मरीज संजीव कुमार अप्रैल 2018 में पहली बार अस्पताल आए थे और तब उनकी राइट बकल म्यूकोसा कार्सिनोमा की सफल सर्जरी की गई. कुछ समय राहत के बाद संजीव कुमार को बाद में चुनौतियों का सामना करना पड़ा।जनवरी 2022 में मुंह के निचले जबड़े और दाहिने तरफ के निचले हिस्से पर दो बार कैंसर हुआ। संजीव कुमार रेगुलर फॉलो अप पर आते रहे जिसकी मदद से रोग के अर्ली डिटेक्शन और समय पर इलाज किया गया जिससे मरीज के लिए अच्छे रिजल्ट आए। चार बार ओरल कैंसर होने के बावजूद संजीव कुमार की दृढ़ता, सर्जरी के बाद देखभाल और रिहेबिलिटेशन ने मरीज की रिकवरी में अहम योगदान दिया” Ghaziabad News
कैंसर का सही समय पर, सही जगह से इलाज कराएं
मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (हेड एंड नेक) के सीनियर डायरेक्टर डॉक्टर पवन गुप्ता ने हापुड़ की 30 वर्षीय मरीज राजकुमारी के केस की उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 2021 में राजकुमारी को स्टेज-1 के ओरल कैंसर डायग्नोज हुआ था। राजकुमारी ने इसके इलाज के लिए आयुर्वेदिक दवाएं ली और बदकिस्मती से रोग बढ़ता गया और ओरल कैंसर स्टेज-4 में पहुंच गया। इसकी वजह से उनकी सर्जरी करनी पड़ी और फिर कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी की गई। अब राजकुमारी की कंडीशन बेहतर है। Ghaziabad News
डॉक्टर गुप्ता ने राजकुमारी के अनुभव से एविडेंस बेस्ड मेडिकल इंटरवेंशन की अनिवार्यता और मानक इलाज प्रोटोकॉल में देरी या परहेज के संभावित परिणामों के बारे में भी जागरूक किया। उन्होंने बताया कि जागरूकता और अर्ली डिटेक्शन का मरीज के इलाज और अच्छे रिजल्ट में अहम योगदान रहता है। कहा कि मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल वैशाली में ऑपरेशंस एंड हेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डॉक्टर गौरव अग्रवाल की लीडरशिप में मैक्स हॉस्पिटल रिसर्च, इनोवेशन और कम्यूनिटी इंगेजमेंट के जरिए मरीजों को एडवांस कैंसर केयर देने के लिए प्रतिबद्ध है।
मरीज को प्रोत्साहित करना जरूरी: डॉक्टर पवन गुप्ता
इलाज पाकर स्वस्थ हुई राजकुमारी को सच कहूं की डायरी भेंट करते हुए, डॉक्टर पवन गुप्ता, रविंद्र सिंह आदि अन्य लोग
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