रेगुलर करने की मांग को लेकर नर्साें व अन्य स्टाफ ने
किया संगरूर-पटियाला मुख्य मार्ग जाम
पटियाला(खुशवीर सिंह तूर)।
राजिन्द्रा अस्पताल पटियाला में अपनी रेगुलर की मांग को लेकर संघर्ष कर रही नर्सें, दजार्चार कर्मचारी, एनसिलरी स्टाफ की ओर से सोमवार को संगरूर-पटियाला मुख्य मार्ग पर जाम लगा कर यातायात ठप्प कर दिया गया।
इधर नर्सों की अध्यक्ष करमजीत कौर औलख की ओर से सोमवार को छत से नीचे कूदने के के दिए अल्टीमेटम को देखते पटियाला की डिप्टी कमिश्नर कुमार अमित ने खुद अस्पताल की छत पर जाकर अध्यक्ष के साथ बातचीत करते नीचे उतारने की कोशिश की, परंतु वह रेगुलर करने के नोटिफिकेशन की मांग पर अड़ गई। इधर जाम लगने के कारण आने जाने वाले राहीगरों ने भी नर्सों के साथ खुलकर अपनी भड़ास निकाली गई कि उनकी तरफ से प्रतिदिन ही लोगों को परेशान किया जा रहा है।
जानकारी अनुसार बीते दिवस आयोजित की गई कैबिनेट की बैठक में नर्सों को आशा थी कि उनको पक्का कर दिया जाएगा, परन्तु मीटिंग में नर्सों संबंधी बारे कोई बात नहीं हुई। सोमवार को नर्सों की ओर से सुबह पहले मोती महल को घेरने की कोशिश की गई परंतु भारी संख्या में पुलिस फोर्स की ओर से उनको पोलो ग्राऊंड के पास रोक लिया गया व आगे न जाने दिया गया।
राहीगर भी प्रतिदिन के रोड जाम से हो रहे परेशान
पुलिस की ओर से पानी वाली गाड़ी भी बुला ली गई। इस के बाद नर्सों की ओर से फिर वापसी करते अस्पताल के सामने मुख्य मार्ग पर धरना लगा दिया व सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करने लगीं। इस दौरान चारों तरफ वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। दूर-दराज जाने वाले लोगों ने भी गुस्से में आते नर्सों को बुरा भला कहा व कईयों की बहसबाजी भी हुई। बसों में से लोग उतर कर पैदल ही आगे गए, जिस कारण उनको भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
डिप्टी कमिशनर के आश्वासन के बाद नर्सों ने मुख्य मार्ग पर लगाया धरना उठाया
नर्सों की अध्यक्ष करमजीत कौर औलख व बलजीत कौर खालसा जो पिछले लगभग 2 सप्ताहों से अस्पताल की छत पर चढ़ी हुई हैं। औलख की ओर से आज मांग पूरी न होने पर नीचे कूदने की चेतावनी दी हुई थी, जिसे देखते खुद डिप्टी कमिश्नर कुमार अमित और एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू सहित अन्य अधिकारी आरजी सीढ़ी के सहारे उनके पास छत पर पहुंचे व उनको समझाने का प्रयास किया।
डीसी ने कहा कि उनकी रेगुलर संबंधी कार्रवाई जारी है। इस लिए वह नीचे उतर जाएं, परंतु उक्त नर्सों ने नोटीफिकेशन तक नीचे न उतरने की बात कही, जिसके बाद डीसी व एसएसपी को बेरंग ही नीचे लौटना पड़ा। वैसे डिप्टी कमिशनर के विश्वास के बाद मुख्य मार्ग पर लगाया गया धरना नर्सों की ओर से उठा लिया गया और लोगों ने राहत की सांस ली।
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