अब 25 जुलाई से अनिश्चिकालीन हड़ताल की दी चेतावनी | Hisar News
हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। Doctor Strike: हरियाणा के सभी सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक सुबह 9:00 से 11:00 बजे तक 2 घंटे की पेन डाउन हड़ताल पर रहे। इस दौरान चिकित्सकों ने ओपीडी से बाहर बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अपना रोष जाहिर किया। चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आए मरीज बेहाल देखे गए। Hisar News
सरकारी चिकित्सकों ने यह हड़ताल हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज के आह्वान पर की थी। हालांकि इस हड़ताल के बाद सभी चिकित्सक अपनी ड्यूटी पर लौट आए हैं। पर साथ में सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अब भी उनकी मांगों पर सहानिभूति पूर्वक विचार नहीं किया गया तो 25 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ सकता है। डॉक्टरों के हड़ताल पर रहने के दौरान सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों को इलाज नहीं मिलने से दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
क्योंकि समाज का गरीब व मध्यम तबका अपने इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आते हैं और ऐसी स्थिति में जब सरकार के सरकारी चिकित्सक हड़ताल पर चले जाएं तो इन मरीजों के सामने किसी भी प्रकार का कोई चारा नहीं होता। हड़ताल के चलते कुछ मरीज तो परेशान होकर बिना इलाज करवाए ही घर लौट गए। हालांकि, अस्पताल प्रशासन द्वारा नागरिक अस्पताल की ओपीडी में इटर्न डॉक्टरों को बैठाया हुआ था। उन्होंने भी मरीजों का इलाज करने के बजाए आगे की तारीख देकर भेज दिया या मंगलवार को दोबारा आने की बात कही।
इलाज़ न मिलने की वजह से निराश दिखाई दिए मरीज | Hisar News
चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान इलाज नहीं मिलने से कई मरीज काफी नाराज दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि इलाज के लिए वह सोमवार को आए हैं, लेकिन हड़ताल के कारण सरकारी अस्पतालों में इलाज नहीं मिला और प्राइवेट अस्पताल में जाने की उनकी हैसियत नहीं है। यह भी याद रहे कि चिकित्सकों को मरीजों के भगवान के नाम से जाना जाता है। ऐसी स्थिति में सरकार को मरीजों की परेशानी के बारे में सोचना चाहिए।
हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज के संयुक्त सचिव डॉ. मानसिंह ने कहा कि एसोसिएशन कई सालों से अपनी मांगों को लेकर सरकार के साथ बातचीत कर रही है, लेकिन सरकार द्वारा उनकी मांगें नहीं मानी गई हैं। ऐसे में सोमवार को दो घंटे की हड़ताल की गई है। एसोसिएशन ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों का संज्ञान नहीं लेती है तो 25 जुलाई को हरियाणा में पूरी तरह से स्वास्थ्य सुविधाओं को बंद कर दिया जाएगा। Hisar News
एसएसओ के पद पर सीधी भर्ती की मांग
हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग में अब तक सीधे तौर पर सिर्फ मेडिकल ऑफिसर की भर्ती की जाती है। उसके बाद सीनियर मेडिकल ऑफिसर के पद पर पदोन्नति दी जाती है। एसोसिएशन की मांग है कि सीनियर मेडिकल ऑफिसर के पद पर डायरेक्ट भर्ती की जाए। इसी प्रकार प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी को पूरा करने, समय पर एसीपी दिए जाने की भी मुख्य मांग है। इनके अलावा एमबीबीएस की डिग्री करने के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के लिए एक करोड़ का बॉन्ड भरना पड़ता है। प्रदेश के सरकारी चिकित्सक इसका भी विरोध कर रहे हैं। हड़ताल के संबंध में हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज के संयुक्त सचिव डॉ. मानसिंह ने कहा कि सरकार हमारे सब्र का इम्तिहान ले रही है।
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