बेटे का जन्म प्रमाण पत्र बनाकर नहीं देने पर दर्ज करवाई थी FIR! अब चिकित्सक बना रहे राजीनामा के लिए दबाव!

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हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। ममता कार्ड वापस नहीं लौटाने व बेटे का जन्म प्रमाण पत्र बनाकर नहीं देने के संबंध में 181 पर दर्ज करवाई गई शिकायत में राजीनामा के लिए चिकित्सकों पर दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए एक युवक ने शुक्रवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। सोनू पुत्र बृजलाल नायक निवासी वार्ड एक, गांव उम्मेवाला तहसील पीलीबंगा ने बताया कि करीब सात माह पूर्व वह अपनी पत्नी किरणा को डिलीवरी के लिए गांव के स्वास्थ्य केन्द्र में लेकर गया। Hanumangarh News

वहां पर मौजूद डॉ. रिटा व नर्स इन्द्रा ने उसकी पत्नी को भर्ती कर लिया और कहा कि डिलीवरी हो जाएगी परन्तु कुछ समय बाद डॉ. रिटा ने कहा कि वे किरणा को कान्हा चक (खारा चक) या पीलीबंगा मंडी ले जाएं, यहां डिलीवरी की सुविधा नहीं है। इस पर उसने उसी समय गाड़ी किराए पर की और अपनी पत्नी को कान्हा चक (खारा चक) स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गया। वहां डिलीवरी हुई और उसकी पत्नी ने बेटे को जन्म दिया। इसके बाद डॉ. रिटा व नर्स इन्द्रा भी वहां पर आ गईं और दोनों ने बधाई के नाम पर उससे दो हजार रुपए ले लिए। जबकि सरकारी अस्पताल में डिलीवरी होने पर कोई खर्चा नहीं होता है। Hanumangarh News

अब न तो ममता कार्ड वापस दिया जा रहा है और न ही पुत्र का जन्म प्रमाण पत्र

सोनू के अनुसार उसकी पत्नी को भर्ती करते समय डॉ. रिटा ने ममता कार्ड लिया था। अब न तो ममता कार्ड वापस दिया जा रहा है और न ही उसके पुत्र का जन्म प्रमाण पत्र बना कर दिया। उसने इस संबंध में 181 पर शिकायत दर्ज करवा दी। उसके बाद गोलूवाला के स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक जांच के लिए गांव उम्मेवाला के स्वास्थ्य केन्द्र आए। उससे पहले डॉ. रिटा व रिटा के पति ने प्लानिंग कर पूर्व सरपंच राजेन्द्र, मोहनलाल, रामनिवास, मेडिकल स्टोर संचालक भोला को बुलवा लिया। जांच करने आए चिकित्सक के बुलाने पर जब वह स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंचा तो वहां पर मौजूद राजेन्द्र ने चिकित्सक के खिलाफ 181 पर शिकायत दर्ज करवाने की बात को लेकर गाली-गलौज व लड़ाई-झगड़ा शुरू कर दिया।

अन्य ग्रामीणों ने भी राजेन्द्र का साथ दिया। लेकिन उसने किसी को कुछ नहीं कहा। इसके बावजूद राजेन्द्र ने डॉ. रिटा से कहा कि वह उसके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवा दे। इन लोगों ने उसकी वीडियो बनाकर गोलूवाला पुलिस थाना में भेज दी। इसके बाद राजेन्द्र ने फोन कर पुलिस जवानों को बुलवा लिया। इसके बाद डॉ. रिटा ने गाली-गलौज व लड़ाई-झगड़ा करने का आरोप लगाते हुए गोलूवाला पुलिस थाना में झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया। उस मुकदमे में उसने अपनी जमानत करवाई।

अब डॉ. रिटा व गोलूवाला अस्पताल से जांच करने आए चिकित्सक की ओर से उस पर राजीनामा करने का दबाव बनाया जा रहा है। दो-तीन हजार रुपए लेकर मामले को रफा-दफा करने की बात कही जा रही है। सोनू ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंप न्याय दिलाने की गुहार लगाई। Hanumangarh News

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