सरसा (सच कहूँ न्यूज़)। Saint Dr. MSG: सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि मालिक की याद में जो क्षण गुजरते हैं, वो क्षण इन्सान की पूरी जिंदगी बदल देते हैं। मालिक की याद में समय लगाना बड़ा मुश्किल है, लेकिन जिसको मालिक की याद आती है, वो अति भाग्यशाली, कर्मों वाला है और दोनों जहान में उसका नाम रोशन होता है। आप जी फरमाते हैं कि अगर इन्सान चाहे तो अपना भाग्य बदल सकता है। कोई कहे कि तू अभाग्यशाली है, तो आप टेंशन ना लो। आप चुपचाप घंटा-घंटा सुबह-शाम राम का नाम जपना शुरू कर दो।
यकीन मानो, आपके कर्मों की वो काली परछाई कब उड़ जाएगी, आपको मालूम ही नहीं पड़ेगा और आप अति भाग्यशाली बन जाएंगे। पूज्य गुरु जी फरमाते हैं कि टेंशन किसी भी चीज का हल नहीं होता। जितनी आप टेंशन लेंगे, उतना शरीर और रूह दोनों ही बर्बाद होते हैं। सोचना इन्सान का कर्म है और कर्म करना भी इन्सान का फर्ज है। लेकिन अति किसी भी चीज की अच्छी नहीं है। हद से ज्यादा कर्म करते हो, तो हो सकता है कि वो आपकी सेहत के लिए जायज ना हो। हद से ज्यादा सोचना टेंशन का कारण बन जाता है। इसलिए सोचो, हिम्मत करो, कर्म करो और मालिक पर छोड़ दो। आपका काम मेहनत करना है। आपके शरीर में जितना सामर्थ्य है, शक्ति है, आप कर्म करो। जितना दिमागी तौर पर अच्छे कर्म कर सकते हो, करो। आगे मालिक जाने, उसका काम जाने। Saint Dr. MSG
पूज्य गुरु जी फरमाते हैं कि इन्सान को कर्म करना चाहिए और साथ में सुमिरन करना चाहिए। आप जो सोच रहे हैं, क्या पता मालिक वो करने को तैयार बैठा हो। परंतु आप किसी भय की वजह से या मन की वजह से सुमिरन न करते हों, मालिक को अपनी बात न कह पाते हों, तो यह आपकी कमी है। Saint Dr. MSG
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