स्वावलंबन पोर्टल पर अपलोड होने के बाद ही मिल पाएंगी दिव्यांग श्रेणी की सुविधाएं
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। जिले में जिन दिव्यांग पात्रों के अभी तक यूडीआइडी कार्ड नहीं बने हैं। वे अपने एरिया की आशा वर्कर को अपना आधार कार्ड व प्रमाणपत्र दे सकते हैं। आशा वर्कर क्षेत्र के कामन सर्विस सेंटर सीएससी के माध्यम से उनके रिकार्ड को स्वावलंबन पोर्टल पर अपलोड करवाकर उनके यूडीआइडी कार्ड बनवा देगी। ये कार्ड सिर्फ उन्हीं दिव्यांगजनों के बनेंगे जिनके पास पुराने प्रमाणपत्र है। अगर दिव्यांगजनों ने स्वावलंबन पोर्टल के माध्यम से यूडीआइडी कार्ड नहीं बनवाए तो उन्हें दिव्यांग श्रेणी के तहत मिलने वाले तमाम लाभों से वंचित होना पड़ सकता है।
सप्ताह में दो दिन बनाए जाते हैं कार्ड
नागरिक अस्पताल में पहले दिव्यांगजनों की जांच के लिए बुधवार को कार्ड बनाए जाते थे लेकिन अब सप्ताह में दो दिन यह सुविधा दी गई है। मंगलवार व बुधवार को दिव्यांगजनों की जांच होती है व कार्ड बनाए जाते है। मंगलवार को पुराने पात्रों के कार्ड बनाए जाते हैं जबकि बुधवार को नए पात्रों की जांच के उपरांत उनके प्रमाणपत्र के लिए डाक्यूमेंट जमा करवाए जाएंगे और प्रमाणपत्र बनेंगे। कोरोना काल में जहां अस्पताल के बाहरी एरिया में खुले में प्रमाणपत्र बनाए जाते थे वहीं अब गर्मी के मौसम को देखते हुए अस्पताल के अंदरूनी भाग में स्थान निर्धारित किया गया है जहां दिव्यांगजनों की जांच होती है।
‘‘जिले में करीब 15 हजार दिव्यांगजन है। इनमें से बड़ी संख्या में ऐसे दिव्यांगजन है जिनके अभी तक यूडीआइडी कार्ड नहीं बने है। ऐसे में जो ग्रामीण आंचल में रहने वाले दिव्यांगजन है वे अपने एरिया की आशा वर्कर को अपने प्रमाणपत्र व आधार कार्ड दे सकते हैं वे उसे कामन सर्विस सेंटर में स्वावलंबन पोर्टल पर अपलोड करवा देगी। शहरी क्षेत्र के दिव्यांगजन कभी भी आकर नागरिक अस्पताल में यूडीआइडी कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। सरकार के निर्देश हैं कि यूडीआइडी कार्ड होने पर ही दिव्यांग कोटे से मिलने वाली सुविधाएं दी जाएगी।
-डॉ. मनीष बंसल, सिविल सर्जन।
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