गेहूं के ‘काले दानों’ से सरकारी खरीद में खलल!

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गेहूं के 'काले दानों' से सरकारी खरीद में खलल!

एफसीआई की टीम ने एकत्रित किए नमूने, मिनिस्ट्री लेवल पर होगा निर्णय

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। गेहूं के काले दानों ने सरकारी खरीद में अड़ंगा लगा दिया है। इस कारण जंक्शन अनाज मण्डी में इस तरह के दानों के मिलावट वाली गेहूं की सरकारी खरीद भारतीय खाद्य निगम की ओर से नहीं की जा रही। हालांकि मिनिस्ट्री से आई टीम की ओर से गेहूं की सैम्पलिंग की गई है। सोमवार-मंगलवार तक मिनिस्ट्री लेवल पर किसी तरह का निर्णय होने की बात एफसीआई अधिकारी कह रहे हैं। Hanumangarh News

दूसरी तरफ सरकारी खरीद की उम्मीद में उपज लेकर मण्डी पहुंचे कुछ किसान तो मजबूरन गेहूं की फसल निजी हाथों में कम दाम पर बेच रहे हैं। कुछ किसान इस आस में मण्डी में बैठे हैं कि शायद कोई छूट मिल जाए। गांव पक्कासारणा निवासी किसान विजयपाल ने बताया कि उसने अपने खेत में गेहूं का बिजान किया था। करीब सात सौ क्विंटल गेहूं की फसल निकालकर मण्डी लाए तो एफसीआई के अधिकारी सरकारी खरीद में आनाकानी कर रहे हैं। एफसीआई अधिकारियों का कहना है कि गेहूं के कुछ दाने काले हैं।

सरकार की ओर गेहूं का समर्थन मूल्य 2275 रुपए तय किया गया है

विजयपाल ने कहा कि उसने छह माह कड़ी मेहनत कर गेहूं की फसल तैयार की, अब एफसीआई खरीद नहीं रही। मजबूरन उन्हें 2100 रुपए में अपनी गेहूं बेचनी पड़ेगी। इससे उसे काफी नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर गेहूं का समर्थन मूल्य 2275 रुपए तय किया गया है। इस पर राज्य सरकार 125 रुपए बोनस दे रही है। लेकिन उसकी फसल 2275 रुपए पर भी नहीं बिक रही। Hanumangarh News

उन्होंने बताया कि तीन दिन पहले एफसीआई के अधिकारी आए थे। एफसीआई अधिकारी कह रहे हैं कि रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय होगा कि गेहूं की सरकारी खरीद की जाएगी या नहीं। उन्होंने मांग की कि गेहूं की सरकारी खरीद में शिथिलता प्रदान की जाए। गोलूवाला के किसान मदनलाल ने बताया कि वह करीब एक सप्ताह पहले अपनी डेढ़ सौ क्विंटल गेहूं की फसल लेकर जंक्शन मण्डी में आया था। उसकी गेहूं के कुछ दाने काले व कुछ कटे हुए हैं। एफसीआई के अधिकारी उसकी गेहूं की खरीद नहीं कर रहे।

पहले अधिकारियों का कहना था कि दिल्ली से टीम आएगी। वह टीम आई और जांच की लेकिन अभी तक उसकी गेहूं की फसल की सरकारी खरीद नहीं हुई। मण्डी में बैठे होने के कारण खेत का कार्य प्रभावित हो रहा है। अब उसे मजबूर होकर अपनी गेहूं की फसल औने-पौने दामों पर व्यापारियों को बेचनी पड़ रही है। Hanumangarh News

राहत मिलने की संभावना | Hanumangarh News

एफसीआई के अधिकारियों ने बताया कि गेहूं की जांच के लिए मिनिस्ट्री से टीम आई हुई है। टीम की ओर से 18 व 19 अप्रेल को पूरे श्रीगंगानगर मण्डल से सैम्पल एकत्रित किए गए थे। इनका श्रीगंगानगर लैब में एनालाइज चल रहा है। रिपोर्ट बनाकर आगे भिजवा दी जाएगी। सोमवार-मंगलवार तक मिनिस्ट्री लेवल पर कोई निर्णय होने की उम्मीद है। किसानों को कोई राहत मिलने की संभावना है। उन्होंने बताया कि जंक्शन धानमण्डी में अब तक एफसीआई की ओर से 1 लाख 21 हजार कट्टों की खरीद की जा चुकी है। सभी किसानों को 2400 क्विंटल प्रति क्विंटल के हिसाब से भुगतान भी कर दिया गया है। Hanumangarh News

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