सच कहूँ/सुभाष, ऐलनाबाद। स्वच्छ भारत अभियान के तहत केंद्र सरकार स्थानीय संस्थाओं को लाखों रुपए साफ सफाई व्यवस्था के लिए दे रही है। लेकिन इसके बावजूद भी सड़क के किनारे गंदा पानी फैल रहा है। जिससे सड़क के टूटने के साथ-साथ डेंगू जैसी महामारी फैलने का भी खतरा बना हुआ है। इस तरह का नजारा देखकर तो ऐसा लगता है कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत चाहे किसी भी डिपार्टमेंट को केंद्र व राज्य सरकार द्वारा मिलने वाली राशि का उपयोग सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। सरसा रोड पर बने नाम मात्र घरों की बस्ती इसका जीता जागता उदाहरण है। बस्ती में घरों के आगे पंचायत द्वारा गली इंटरलॉक बनाकर दोनों साइड में गंदे पानी की निकासी के लिए नालियां तो बना दी गई लेकिन गंदे पानी के निस्तार के लिए कोई प्रबंध नहीं किया गया। इसका नतीजा यह रहा कि बस्ती का गंदा पानी नालियों में से होता हुआ ऐलनाबाद सरसा मुख्य मार्ग पर इकट्ठा हो रहा है और सड़क भी खराब हो रही है। इस मुख्य रोड पर लोगों का आना जाना भी बहुत ज्यादा तादाद में बना रहता है क्योंकि यह दो राज्यों को मिलाने वाली सड़क है।
इस रोड पर हैं तमाम सरकारी कार्यालय
अगर यहां पर हम मुख्य सरसा रोड की बात करें तो इस रोड पर कोर्ट कंपलेक्स के साथ-साथ उप मंडल अधिकारी, तहसील परिषद, उप खजाना अधिकारी के साथ साथ समाज विभाग का कार्यालय भी स्थित है। ऐसा नहीं है कि यहां से बड़े अधिकारियों का आना जाना ना लगा रहता हो लेकिन इसके बावजूद भी साथ लगती बस्ती का गंदा पानी नालियों के द्वारा वह कर सड़क पर आ रहा है जो काफी दूरी तक पसरा हुआ है।
उप चुनाव के समय की गई थी खानापूर्ति
उप चुनाव के समय में यहां पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त हरियाणा सरकार के अन्य मंत्री भी पहुंचे थे तब संबंधित अधिकारियों ने आम जनता के लिए नहीं अपने आप की गर्दन बचाने के लिए यहां पर खानापूर्ति के लिए मिट्टी डलवाई गई थी। जिसके ढेर अभी तक लगे हुए दिखाई दे रही हैं। लेकिन मूल रूप से इस समस्या का समाधान करवाने के लिए किसी भी अधिकारी ने ध्यान अभी तक नहीं दिया।
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