गुरुग्राम में गंदगी से अटे नाले, स्वच्छता की उड़ती धज्जियां

Dirt-filled sewers in Gurugram

हालात-ए-शहर। अधिकारी सिर्फ चंद जगहों की बात करके काम को दिखा देते हैं पूरा (Dirt-filled sewers in Gurugram)

  • पुराने शहर में अनेक नालों की नहीं हुई है सफाई

सच कहूँ/संजय मेहरा गुरुग्राम। हर बार की बारिश में शहर क्यों डूबता है, यह बात हम आपको बताते हैं। किसी भी क्षेत्र में बारिश के पानी की निकासी के नाले ही मुख्य माध्यम होते हैं। यहां नालों की बहुत बुरी हालत है। मिट्टी और गंदगी से नाले अटे पड़े हैं। ऐसे में बारिश का पानी कहां जाए। इसलिए घंटों तक पानी शहर में ही जमा रहता है और लोगों के लिए समस्या खड़ी हो जाती है। लोग उन अधिकारियों से जवाब मांग रहे हैं, जो कि बारिश से पूर्व सब कुछ ठीक-ठाक होने की बात कहकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को खुश कर देते हैं।

हमने यहां पुराने गुरुग्राम में बस अड्डा से आगे वार्ड-8 में सेक्टर-12 की तरफ महात्मा ज्योतिबा फुले चौक से शीतला माता की ओर जाने वाले सड़क किनारे नाले की हालत देखी। इस हालत को देखकर रोना भी आया और अधिकारियों के वे दावे भी याद आए, जिनमें वे शहर में जलभराव ना होने देने के लिए तैयारियां पूरी होने की बात कहते हैं। सभी नालों की चकाचक कर देने की बात कहते हैं। यहां की हालत को देखकर लगता है कि यहां कभी कोई दौरा करने आया ही नहीं। गुरुग्राम शहर में नगर निगम, जीएमडीए व जिला प्रशासन के काम बंटे हुए हैं। इसके बाद भी ऐसी बुरी हालत शहर की है। यह खराब स्थित इस क्षेत्र की नहीं है, बल्कि खांडसा रोड, बसई रोड समेत अनेक स्थानों की है।

जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल

यहां सवाल अधिकारियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों पर भी उठ रहे हैं। जो नुमाइंदे जनता के चुनकर पार्षद के रूप में नगर निगम में बिठाए हैं, वे अपने वार्ड में क्या कर रहे हैं। यहां के दुकानदार और निवासी कहते हैं कि उन्होंने कभी भी इस क्षेत्र में मेयर, पार्षद को नहीं देखा। ना ही कोई अधिकारी यहां पर व्यवस्था देखने को आया। सरकारी कर्मचारी भी यहां नजर नहीं आते। सफाई के नाम पर तो यहां पर कुछ होता ही नहीं। नालों में थैलियां, खाली बोतलें, कागज समेत अन्य कूड़ा-कर्कट भरा है। कोई इनको साफ करने वाला नहीं।

मैं वहां जाकर देखूंगी: मेयर

मेयर मधु आजाद ने इस नाले के बारे में कहा कि वे कई बार वहां से निकलती हैं। अब वे वहां स्पेशल जाकर देखेंगी कि कहां और कैसी समस्या है। जो भी कमी पाई जाएगी, उसे ठीक किया जाएगा।

नाले की सफाई हो चुकी है: पार्षद

इस नाले को लेकर जब वार्ड-8 के पार्षद दिनेश सैनी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिंदगी में पहली बार इस नाले की उन्होंने सफाई करवाई है। इससे पहले कभी सफाई नहीं हुई। अब इस पर स्लैब डाला जाएगा। जल्द ही इसका काम शुरू होने जा रहा है।

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