डायनासोर यानी दैत्याकार छिपकली

Dinosaur

डायनासोर पृथ्वी के इतिहास के राजा कहे जाते हैं जिन्होंने ने पृथ्वी पर लगभग 6 करोड़ वर्षों तक राज किया था और ये धरती पर जीवित उस वक़्त के सबसे बड़े, खतरनाक तथा शानदार जीव थे, फिर एक दिन पृथ्वी की एक बड़ी घटना के बाद इनका अंत हुआ जो हम मनुष्यों के लिए वरदान साबित हुआ। डायनासोर सरीसृप में गिने जाते हैं। डायनासोर शब्द का अर्थ होता है दैत्याकार छिपकली। भारत के नर्मदा घाटी से डायनासोर के जीवाश्म प्राप्त हुए हैं। डायनासोर के सबसे बड़ा सिर किसी कार के आकार का था। जीवांशों में पाया गया है कि लगभग सभी डायनासोरों में पूछ होती थी। डायनासोर की एक प्रजाति में सबसे 45 फीट की सबसे लंबी पूँछ पाई गई है। डायनासोर भी सांप की ही तरह भी समय-समय पर अपनी केंचुली छोड़ते थे।

सबसे बड़े शाकाहारी डायनासोर 1 दिन में लगभग 1 टन तक पत्तियां खा जाते थे। डायनासोर की अब तक मिली सबसे बड़ी हड्डी (रीढ़ की हड्डी) एक 5 ़ 5 फीट की है। अब तक कि हुई खोजों से पता चला है कि लगभग 40 प्रकार के डायनासोर अंडे देते थे। सभी प्रजातियों के डायनासोरों का जीवन काल औसतन 50 से 200 वर्ष तक का हुआ करता था। वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है कि पृथ्वी के इतिहास में डायनासोरों की लगभग 1000 से अधिक अलग-अलग प्रजातियां रहीं होगी जिन्हे अभी भी खोजा जाना बाकी है। डायनासोर और आधुनिक पक्षियों के बीच बहुत ही गहरा संबंध हैं, जिसके मजबूत सबूत 1990 के दशक के बाद से कई पंख वाले डायनासोर के अवशेषों में पाए गए हैं। डायनासोर 16 करोड़ साल तक पृथ्वी पर जीवित रहे। उनके जीवाश्म से पता चलता है कि सबसे अधिकतम ऊंचाई वाला डायनासोर लगभग 100 फीट तक का था।

धरती पर अब तक का सबसे बड़ा जीव अर्जेन्टीनोसॉरुस डायनासोर था जो की एक शाकाहारी जीव था। डायनासोरों कि प्रजातियों में छोटे और मांसाहारी डायनासोर सबसे फुतीर्ले और चालाक डायनासोर होते थे। जिसकी मदद से वह किसी भी अन्य जीव की हड्डियों का चुरा बना सकते थे। अब तक खोजे गए सभी डायनासोर के अवशेष और निशां से पता चला है कि ये पृथ्वी के सभी महाद्वीपों के निवासी थे यहाँ तक कि अंटार्कटिका के भी। इनकी कुछ प्रजातियों में एक मुर्गी के आकार डायनासोर थे और कुछ प्रजातियों में 111 फीट तक के डायनासोर होते थे। लगभग सभी प्रकार के डायनासोर घोंसला बनाते थे।

 

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