मूनक में बाढ़ पीड़ितों के लिए खोला ‘फूड सर्विस सैंटर’, 24 घंटे चलेगा लंगर
- लहरागागा सहित कई अन्य जगहों पर पीड़ितों की मदद में जुटे सेवादार | Flood
संगरूर/फतेहाबाद/अंबाला (सच कहूँ न्यूज)। पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बरसात के चलते घग्गर नदी में आया उफान लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। पंजाब व हरियाणा के कई एरिया बाढ़ (Flood) की चपेट में आ गए हैं। ऐसे विकट हालात में डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों ने बाढ़ में फंसे लोगों की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है। बाढ़ में घिरे लोगों के लिए 24 घंटे लंगर की सुविधा शुरु कर दी गई है।
संगरूर जिले के मूनक क्षेत्र में स्थित नामचर्चा घर के पास सड़क पर टैंट लगाकर बाढ़ पीड़ितों के लिए मुफ्त खाना ‘फूड सर्विस सैंटर’ शुरू कर दिया गया है, जिससे बाढ़ पीड़ितों को हर समय खाना मुहैया करवाया जा रहा है। वहीं फतेहाबाद व अंबाला के प्रभावित क्षेत्रों में डेरा सच्चा सौदा के सेवादार अपने-अपने ब्लॉक स्तर पर पीड़ित लोगों तक मदद पहुंचाने का प्रयास करने में जुट गए हैं।
डेरा सच्चा सौदा के 85 मैंबर समिति के सदस्य बलदेव कृष्ण इन्सां ने बताया कि बाढ़ के चलते हुए जलभराव से लोगों के लिए दैनिक सुविधाओं की बड़ी कमी सामने आ रही है। इस कारण डेरा सच्चा सौदा द्वारा यह मुफ्त ‘फूड सर्विस सैंटर’ की शुरूआत की गई है, जहां 24 घंटे बाढ़ पीड़ितों के लिए लंगर चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए डेरा सच्चा सौदा के टीमें हर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सर्किय हो चुकी हैं। लहरागागा सहित कई जगहों पर रोटी, सब्जी आदि तैयार करवाई जा रही है, जहां डेरा श्रद्धालु हर समय उपस्थित रहेंगे।
पानी में घिरे 6 लोगों को सेवादरों ने सुरक्षित निकाला | Flood
बादशाहपुर। डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों ने बाढ़ के पानी में फंसे 6 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। 15 मैंबर प्रेम सिंह इन्सां ने बताया कि गांव सधारनपुर से लगभग दो ढाई किलोमीटर की दूरी पर खेतों में बने एक घर में 6 मैंबर पानी में बुरी तरह फंसे हुए थे। इन सदस्यों में चार छोटे बच्चे थे और दो बडेÞ सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासन को बार बार फोन करने के बावजूद भी कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। मौके पर पहुंचे सेवादारों ने पानी में पैदल चलकर रस्सों की मदद से फंसे हुए सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाला।
तटबंधों को मजबूत करने में जुटे डेरा सच्चा सौदा के सेवादार | Flood
जाखल/फतेहाबाद। घग्गर नदी ने जाखल के 11 गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है। इन गांवों में लगभग 2120 हैक्टेयर में फसलों को नुकसान हुआ है। डेरा सच्चा सौदा के हरियाणा 85 मेंबर सिमरजीत इन्सां ने बताया कि जाखल में बाढ़ आपदा बचाओ प्रबंधन के लिए शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग लगातार प्रयासरत है, इस आपदा प्रबंधन में किसी को भूखा नहीं रहने दिया जाए इसके लिए टोहाना के नामचर्चा घर में ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग की ओर से लंगर की व्यवस्था की जा रही है। वहीं सेवादार समाजसेवियों के साथ मिलकर घग्घर नदी के तटबंधों को मजबूत करने में जुटे हुए हैं।
इस सेवा कार्य में गोबिन्दगढ़ जेजियां, धर्मगढ़, सुनाम, लहरागागा के गांवों की साध-संगत भारी तादाद में सेवा में जुटी हुई है। उन्होंने बताया कि डेरा सच्चा सौदा की टीम सिविल प्रशासन की हिदायतों के अनुरूप कार्य कर रही है। आज से ही नहीं, पिछले लम्बे समय से डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं का संबंध सिर्फ मानवता की सेवा के साथ रहा है। मुझे याद है इससे पहले भी जब घग्गर में बाढ़Þ आई थी तो डेरा श्रद्धालुओं ने जिस तरह बांध को बांधने में अपनी सराहनीय भूमिका निभाई थी, वह आज तक लोगों को याद है। उस दौरान तत्कालीन डिप्टी कमिशनर हरकेश सिंह सिद्धू ने विशेष तौर पर डेरा श्रद्धालुओं की प्रशंसा की थी।
– मोहन शर्मा, समाजसेवी एवं प्रसिद्ध लेखक।
मैं पिछले लम्बे समय से डेरा श्रद्धालुओं को निजी तौर पर जानता हूँ और इन्होंने हमेशा मानवता भलाई के काम ही किए हैं। जिनमें चाहे रक्तदान करना हो, किसी का घर बनाकर देना हो या प्राकृतिक आपदा में फंसे लोगों को बाहर निकालना हो, डेरा श्रद्धालु हमेशा ही मानवता की सेवा में आगे खडेÞ होते हैं। सभी को इस प्राकृतिक आपदा के समय पीड़ित लोगों की मदद करनी चाहिए।
– डॉ. ए. एस. मान, समाजसेवी।
यह भी पढ़ें:– बाढ़ में बेसहारा हुए लोगों का सहारा बना डेरा सच्चा सौदा, देखें राहत देने की कहानी, तस्वीरों की जुबानीं…