गत दिवस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कश्मीर दौरे पर 20 हजार करोड़ के प्रौजेक्ट्स के नींव पत्थर रखे व उद्घाटन किए। विकास कार्यों के साथ ही उन्होंने कश्मीर के लोगों का दिल जीतने और दिल की दूरियों को कम करने की बात कही। जहां तक घाटी के विकास कार्यों का संबंध है, अब वहां विकास होना कश्मीर की मूलभूत आवश्यकता है। सड़कें, सुरंगों के साथ न केवल संपर्क बढ़ेगा बल्कि पर्यटन उद्योग और व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। आतंकवाद को खत्म करने के लिए आर्थिक विकास सबसे बड़ी आवश्यकता है। पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठन गरीबी और बेरोजगारी का फायदा उठाकर शरीफ और बेरोजगार युवाओं को गुमराह कर उनके हाथों में बंदूकें पकड़ा देते थे। सरकार और सेना के संयुक्त प्रयासों से सैकड़ों गुमराह युवक मुख्यधारा में वापिस लौटे थे।
जांच एजेंसियों ने कई बार ऐसे खुलासे किए कि आतंकवाद से जुड़े लोगों के खातों में विदेशों फंड आता रहा है। यदि जम्मू कश्मीर में रोजगार होगा तब विदेशी ताकतें युवाओं को गुमराह करने में कामयाब नहीं होंगी। केंद्र सरकार ने विकास कार्यों पर प्राथमिकता देकर कम से कम कश्मीर की जनता के इस भ्रम को तो दूर करने की कोशिश की है कि कश्मीर का विकास देश के अन्य हिस्सों की तरह ही हो रहा है। सरकार के इस प्रयास से सकारात्मक परिस्थितयां पैदा होने की उम्मीद है। यूं भी राजनीति तौर पर कश्मीर में कोई बड़ा विरोध नजर नहीं आ रहा। एक-दो पार्टियां और संगठनों ने ही केंद्र सरकार के खिलाफ विरोधी रवैया अपनाया हुआ है। अधिकतर पार्टियां कश्मीर के विकास पर जोर दे रही हैं। उक्त पार्टियां ने पिछले साल हुए पंचायती चुनावों में भी बढ़-चढ़कर भाग लिया था। कश्मीरी अब पाकिस्तान के झांसें में आने वाले नहीं।
पाकिस्तान के अपने राजनीतिक और आर्थिक हालात खराब होने से देश बुरी तरह से पिछड़ चुका है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी भारत की विदेश नीति की प्रशंसा कर भारत की अहमीयत को दमदार बताया। यह घटनाक्रम आतंकवादियों के इरादों को कमजोर करेगा। आतंकवाद से लड़ने के लिए सबसे जरूरी है स्थानीय लोगों का सहयोग। रोजगार और विकास से जुड़े कश्मीरी लोग आतंकवाद को खत्म करने में अहम भूमिका निभाएंगे। यूं भी सुरक्षा बल आतंकवादियों को मुँह तोड़ जवाब दे रहे हैं। आर्थिक मोर्चे की मजबूती आतंकवाद को खत्म करने में सहायक सिद्ध होगी। कश्मीर में दुनिया का एक बड़ा पर्यटन हब बनने की संभावना हैं। उम्मीद की जाना चाहिए कि केंद्र सरकार, स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कश्मीर के विकास के लिए तेजी से काम करेगी और कश्मीरियों के दिल को भी जीतेगी।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।