Dera Sacha Sauda: हरियाणा, पंजाब, दिल्ली व राजस्थान के कुछ इलाकों में अभी भी बाढ़ का खतरा टला नहीं है। बेशक कुछ स्थानों पर जैसे दिल्ली में यमुना का जल स्तर कम हुआ है और पानी धीरे-धीरे रिहायशी इलाकों से उतर रहा है। लेकिन दूसरी तरफ घग्गर के तटबंध टूटने से हरियाणा व पंजाब के कुछ इलाके अभी भी जलमग्न हैं। जहां-जहां भी प्रशासन ने डेरा सच्चा सौदा को राहत व बचाव कार्यों के लिए मांग की, वहां-वहां डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादार पूज्य गुरु जी की पावन प्रेरणा से अपनी जान हथेली पर रखकर राहत व बचाव कार्यों को अंजाम दे रहे हैं।
ढाणियों में फंसे लोगों व पशुओं को बाहर निकालना, लोगों के घरों से सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना, घरों में पानी न भरे इसके लिए तटबंध लगाना, पानी व खाना पहुंचाना, लंगर सेवा इत्यादि कार्य शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों द्वारा बाखूबी किए जा रहे हैं। इसके अलावा बाढ़ का पानी जहां पर उतर गया है वहां पर भी ये सेवादार लोगों को पानी जनित बिमारियों के बचाने के लिए जागरूक कर रहे हैं। प्रशासन को भी इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। जहां पर बाढ़ का पानी उतर गया है वहां पर गंदगी का आलम है, जिससे बिमारियां फैलने का अंदेशा है।
दूषित हो चुके पेयजल से गेस्टोइंट्राईटिस, डायरिया, हैजा, पीलिया इत्यादि बिमारियां फैलने का अंदेशा है वहीं मच्छर जनित बिमारियों में मलेरिया, डेंगू, मस्तिष्कि ज्वर भी खतरनाक हो सकता है। प्रशासन को इन क्षेत्रों में सफाई अभियान चलाना चाहिए और लोगों को पानी में डालने के लिए क्लोरिन इत्यादि की टेबलेट देने व उबाल कर पानी पीने के लिए जागरूक करना चाहिए। संक्रामक रोग न फैले इसके लिए भी स्वास्थ्य विभाग की टीमों को तैयार रखना चाहिए।
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