बरनावा। नामचर्चा सत्संग भंडारे (DSS Bhandara) के दौरान डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं पर चलते हुए 162 मानवता भलाई के कार्य कर रही है। इन्हीं कार्यों में 89वें कार्य के रूप में शामिल इंसानियत मुहिम, जिसके तहत डेरा अनुयायी सड़कों, सार्वजनिक स्थानों पर बेसहारा घूमते मन्दबुद्धि जीवों की संभाल करते हैं और उन्हें उनके घर तक पहुंचाते हैं। इससे संबंधित एक डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। ताकि समाज के अन्य लोग भी मंदबुद्धि लोगों की संभाल के लिए आगे आएं।
डॉक्यूमेंट्री में बताया गया कि किस प्रकार से डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु इन लोगों की मदद करते हैं। अब तक सैकड़ों मंदबुद्धि व्यक्तियों को डेरा सच्चा सौदा के सेवादार उनका इलाज कराकर उनके घर तक पहुंचा चुके हैं। वहीं पूज्य गुरु जी खुद ऐसे सेवा कार्य करने वाले सेवादारों को सम्मानित कर उनका हौसला बढ़ाते हैं।
कविराजों ने बांधा समां || DSS Bhandara
नामर्चा सत्संग भंडारे में कविराजों ने सुंदर भजन वाणी से साध-संगत को निहाल किया। कविराजों ने ये लॉकेट इन्सां का गले में लटकाए रखों, मुर्शिद की निशानी है सीने से लगाए रखों…, ‘हम हैं दीवाने सतगुरु तेरी अदा के और कुछ माँगते न चरणों में जगह…,’ ‘नाम जैसा अनमोल पदार्थ और नहीं दूजा…,’ ‘अखियां उड़ीक दिया सहित अनेक भजन बोले। वहीं नामचर्चा सत्संग के दौरान पूज्य गुरु जी द्वारा नशा मुक्त समाज की संरचना को लेकर गाया गया भजन ‘जागो दुनिया दे लोको’ व ‘आशीर्वाद मांओं’ का सुनाया गया। जिस पर साध-संगत ने नाच गाकर खुशियां मनाई।