करोड़ों लोगों ने नशों को त्याग जीवन को बनाया स्वर्ग
सरसा। डेरा सच्चा सौदा हमेशा से नशों के खिलाफ लड़ाई लड़ता रहा है। दुनियावी नशों की बजाए राम-नाम (आध्यात्मिक) की ओर जिंदगी की गाड़ी मोड़ने की प्रेरणा देने वाली इस संस्था ने अब तक 6 करोड़ लोगों को नशा न करने की शपथ दिलवाई है और करोड़ों लोगों का नशा छुड़वाया है। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से डेरा सच्चा सौदा में सेवा करने से ही भयानक से भयानक नशा छुड़वा दिया जाता रहा है। शरीर को बर्बाद कर देने वाले इन नशों से न जाने कितने परिवार रोजाना उजड़ रहे हैं। ऐसे में पूज्य गुरू जी की नशों के खिलाफ छेड़ी गई यह मुहिम करोड़ों लोगों को समाज की मुख्य धारा में फिर से वापिस ला रही है।
सेवा-सिमरन से छूट जाते हैं नशे
वहीं डेरा सच्चा सौदा द्वारा किए जा रहे इंसानियत के कार्याें की फेहरिस्त में नशे छुड़वाना भी प्रमुखता से शामिल है। इसमें डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु न केवल नशों से बाहर आने के लिए पीड़ित को जागरूक करते हैं बल्कि उसे नैतिक सहारा भी देते हैं। नशेड़ी व्यक्ति डेरा सच्चा सौदा में आकर सात दिन तक सेवा-सिमरन करता है और यदि जरूरत होती है तो उसे मैडिकल सहायता भी दी जाती है। यहां से एकदम तंदरुस्त होकर वह अपने घर लौट जाता है और एक आम व्यक्ति की तरह स्वस्थ एवं स्वच्छ जीवन व्यतीत करता है। हालांकि पूज्य गुरू जी बल देकर यह कहते हैं कि जो व्यक्ति यहां से नशा छोड़ कर जाता है व दोबारा से नशेड़ियों की संगति में न बैठे।
बर्बाद होते घरों के लिए आशा है डेरा सच्चा सौदा
आज मोटे तौर पर हर दूसरे अपराध के पीछे नशा होता है। ऐसा इसलिए है कि अपराधी अपराध करते समय ज्यादातर नशे की हालत में पाए जाते हैं। ऐसे में समाज में बढ़ते अपराध के ग्राफ के पीछे नशों का बढ़ना बड़ा कारण है। हर गली-नुक्कड़ पर खुले शराब के ठेके एवं मैडिकल नशों के व्यापार ने इंसान को आसानी से नशा उपलब्ध होने के रास्ते दे दिए हैं। जिससे नशा करने वाले इंसान का घर नर्क जैसा हो गया है।
नशे की सबसे बड़ी मार घर की गृहणियों पर पड़ी है क्योंकि व्यक्ति जब नशा करता है तो घर में बीवी-बच्चों के लिए वह घर नर्क से कम नहीं होता। डेरा सच्चा सौदा ने ऐसे घरों को फिर से स्वर्ग बनाने की ठानी है और नशेड़ी लोगों का जीवन सुधार कर उन्हें स्वच्छ एवं स्वस्थ जीवन यापन करने का मौका मुहैया करवाया है। करोड़ों लोग आज डेरा सच्चा सौदा का दिल से धन्यवाद करते हैं क्योंकि डेरा की वजह से ही उनके घर नर्क से स्वर्ग में तब्दील हुए हैं।