सतगुरु बिन कभी समझ ना पाते, पाखंड से कभी निकल ना पाते…

Naamcharcha

गुजरात व छत्तीसगढ़ में साध-संगत ने गाया रामनाम

  • कविराजों ने पवित्र ग्रंथों के माध्यम किया गुरु महिमा का गुणगान

गुजरात/छत्तीसगढ़। शाह सतनाम जी मोक्षपुर धाम, बैकुंठपुर, छत्तीसगढ़ व गुजरात के ब्लॉक कोठारा ब्लाक बिनकरा, छत्तीसगढ़ में नामचर्चाओं के दौरान साध-संगत ने राम नाम का गुणगान किया। नामचर्चा का शुभारंभ ब्लॉक भंगीदासों ने पावन नारा ‘‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’’ बोलकर किया। जिसके बाद कविराजों ने विनती भजन के साथ रामनाम का गुणगान किया। नामचर्चा में कविराजों ने कभी तेरे चरणन न छोड़ेंगे हम, चाहे ये मन करे लाखों सितम्…. बंदे वोही जगत में काम के सतगुरु जो हैं दीवानें तेरे नाम के…पाया है जब से सतगुरु तेरे चरणों में ठिकाना, हुआ तेरा ही दीवाना…सतगुरु बिन कभी समझ ना पाते, पाखंड से कभी निकल ना पाते…इत्यादि भजन बोलकर ‘सतगुरु’ का गुणगान किया।

दोनों ब्लॉकों के जिम्मवारों ने साध-संगत को सरसा दरबार में चल रही सेवाओं के बारे में बताया। साध-संगत को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने हमेशा इंसानियत का पाठ पढ़ाया है। जिस पर चलते हुए आज भी साध-संगत दिन-रात मानवता भलाई के कार्यों में लगी हुई है। आज भी हम पूज्य गुरु जी के अडोल आशिक हैं और हमारा दृढ़ विश्वास सदा अपने गुरु जी के प्रति बना रहेगा।

dera

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