दीप दान। डेरा सच्चा सौदा में अब तक सैकड़ों माओं की सूनी गोद हुई हरी
- पूज्य गुरू जी की पावन प्रेरणाओं से अपनी संतान को नि:संतान दंपतियों को दान कर रहे सेवादार
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। कोई 10 तो कोई 15 साल से औलाद के लिए तरस रहे थे। कइ दंपतियों ने तो हर संभव यतन करने के बावजूद कुल रोशन करने के चिराग की इच्छा बस भगवान भरोसे ही छोड़ दी थी। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए मां बनने के दर्द को दूसरी मां ने ऐसा समझा कि इस कलियुग में भी भगवान कृष्ण को जन्म देने व पालन करने वाली देवकी व यशोदा की यादें ताजा हो आई। किसी की 12 साल बाद गोद हरी हुई तो किसी की 25 साल बाद। यह नजारा पिछले कई सालों से डेरा सच्चा सौदा में देखने को मिल रहा है। पूज्य गुरू जी की पावन प्रेरणा की बदौलत अब तक सैकड़ों माताओं की सूनी गोद हरी हो चुकी है।
हरियाणा के सरसा जिले के गोरीवाला निवासी एक दंपति जो कि 10 सालों से औलाद के लिए बेचैन थे। खेती-बाड़ी करेके गुजर-बसर करने वाले इस दंपति ने औलाद के लिए लाख प्रयास किए लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। हर तरफ से निराशा मिलने के बाद उक्त दंपति डेरा सच्चा सौदा आकर पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां से मिला। यहां पूज्य गुरू जी की पावन रहनुमाई में एक दंपति ने अपना बेटा इस बेऔलाद दंपति को दान कर दिया। आज उनके घर खुशियों का उजाला है। वे अब पूज्य गुरू जी का बार-बार शुक्राना अदा कर रहे हैं। इसके अलावा सैकड़ों ऐसे उदाहरण हैं जिन्हें पूज्य गुरू जी की अपार दया, मेहर, रहमत से औलाद की बख्शिश मिली। किसी को बेटा मिला तो किसी को मिली फूल सी बीटिया।
आशीर्वाद : गरीब की शादी में कर रहे आर्थिक मदद
हर मां-बाप का फर्ज होता है कि वे अपनी बेटी को सभी खुशियां दें। सम्मान सहित उसके हाथ पिले करें। शादी के बाद भी उसे हर वह वस्तु मुहैया करवाएं जिसकी उसे जरूरत है ताकि बेटी को किसी के आगे हाथ न फैलाने पड़ें। लेकिन गरीबी की मार झेल रहे कई अभिभावकों के ये सपने धरे रह जाते हैं। बेटी की शादी करना उन्हें बहुत बड़ा पहाड़ दिखने लगता है। ऐसे गरीब व जरूरतमंद परिवारों के लिए मसीहा बना है डेरा सच्चा सौदा।
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा पर चलते हुए डेरा सच्चा सौदा के सेवादार अपने-अपने ब्लॉकों में आर्थिक मदद कर गरीब बेटियों की शादियां करवा रहे हैं। विवाह के दौरान गरीब बेटी को बर्तन, कपड़े व फर्नीचर सहित जरूरत का हर सामान उपलब्ध कराया जाता है। यह सिलसिला पिछले कई सालों से चल रहा है। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड सहित देशभर के विभिन्न ब्लॉकों में डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत अब तक हजारों गरीब व जरूरतमंद परिवारों की बेटियों की शादी में आर्थिक मदद कर चुकी है।