सतगुरु की रहमत से सांप पकड़ने में माहिर डेरा प्रेमी वेद पूनिया

सादुलशहर (सच कहूँ न्यूज)। सांप को करीब में देखकर अच्छे-अच्छों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। ज्यादातर लोग भयभीत होकर सांपों को मार भी डालते हैं, लेकिन डेरा प्रेमी वेद पूनिया के लिए सांप पकड़ना मामूली सी बात है। किसी भी तरह का सांप हो, वेद पूनिया उसे पकड़कर सुरक्षित रेस्क्यू करने के साथ आमजन की भी जान बचाने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं। वेद पूनिया वार्ड नंबर दो के निवासी हैं और खुद का व्यापार करते हैं।

वेद पूनिया अब तक 87 सांपो को पकड़ चुके हैं। किसी के मकान अथवा आसपास सांप होने की सूचना मिलने पर वेद पूनिया को बुलाया जाता है और वे सुरक्षित रेस्क्यू कर सांपों को पकड़ कर सुरक्षित जंगल में ले जाकर छोड़ देते है। शनिवार दोपहर श्री दुर्गा मंदिर फाटक के पास एक परचून की दूकान में एक जहरीला सांप घुस गया जिसे देखा अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया। इस पर वेद पूनिया मौके पर पहुंचे और सांप को पकड़ कर बोरी में बंद कर शहर से दूर छोड़ दिया। इस दौरान सुखजीत सिंह, कुलदीप गोयल, दुलीचंद टेलर भी मौजूद थे।

पूज्य पिताजी ने डिजाइन की है सांप पकड़ने की मशीन : सादुलशहर ब्लाक के 15 मैम्बर मोमनराम इन्सा ने बताया कि पूज्य पिताजी संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सा ने खुद सांप पकड़ने की मशीन डिजाइन की है। इस मशीन से सांप या किसी अन्य जीव को पकड़ने के दौरान उन्हें चोट नहीं लगती। उन्होंने बताया करीब तीन साल पहले उनके घर एक सांप घुस गया, उस दौरान वेद पुनिया भी मोमनराम के घर थे। वेद पुनिया ने पूज्य पिताजी का ध्यान कर नारा लगाकर उस मशीन से सांप को काबू कर लिया। वेद पनिया के अनुसार पूज्य पिताजी की रहमत से सांप पकड़ने के दौरान कभी भी उन्हें डर मसहूस नहीं हुआ।

सांप को जिन्दा रेस्क्यू कर छोड़ते हैं जगल में : वेद पुनिया ने कहा कि उनका परिवार करीब पच्चीस सालों से डेरे से जुड़ा हुआ है और पूज्य पिताजी ने हमेशा ही जीव जंतु के कल्याण की बात कही है ऐसे में उनकी शिक्षाओं पर चलते हुए सांप को जिन्दा पकड़ कर दूर जंगल में छोड़ दिया जाता है। वेद पुनिया खुद भी लोगो से यही अपील करते हैं कि जीव को नुक्सान नहीं पहुंचाए बल्कि उसे सुरक्षित दूर छोड़ना चाहिए।

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