शादी की मेहंदी का रंग भी फीका नहीं हुआ और पहुंच गए सफाई करने
- अनेक नवविवाहित जोड़ों ने पूज्य गुरूजी को नमन करके की सफाई
गुरुग्राम(सच कहूँ/संजय मेहरा)। आम तौर पर बहुतेरे लोग गुरुग्राम में किसी न किसी काम से आते हैं। कोई यहां की चकाचौंध देखने आता होगा तो कोई यहां काम करने दूसरे शहरों से आता होगा। कोई गगनचुुंबी इमारतों, रात में पैरिस, बैंकॉक की फील कराते इस शहर को नजदीक से देखता होगा। रविवार को डेरा सच्चा सौदा के लाखों सेवादार गुरुग्राम पहुंचे, जिन्हें इन बातों से कोई मतलब नहीं था। वे यहां एक अलग मिशन लेकर आए थे और वह मिशन गुरू नगरी गुरुग्राम की स्वच्छता का था। सेवादारों की फौज में बहुत सी बहनें ऐसी भी नजर आर्इं, जिनके हाथों में शादी का चूड़ा था। कइयों के हाथों से शादी की मेहंदी का रंग भी फीका नहीं हुआ था, लेकिन वे भी यहां हंसी-खुशी गंदगी उठाती नजर आई।
नवविवाहित जोड़े अपने सुखद, सफल वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए यहां नाम चर्चा घर के द्वार पर नमन करके सफाई के काम में जुट गए। इस तरह का ज़ज्बा शायद ही कभी और किसी में देखने को मिले। यह ज़ज्बा डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों में ही देखा जा सकता है। अपने इस काम की बदौलत ही डेरा सच्चा सौदा के ये सेवादार गुरुग्राम के लोगों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ गए। डेरा सच्चा सौदा के इन सेवादारों के जहन् में सिर्फ और सिर्फ इस शहर की सफाई करना था। ये सब यहां की नाली, नालों, सड़कों से गंदगी साफ करने में मस्त रहे। इन सेवादारों ने हंसते-हंसते ही गंदगी उठाई। गंदगी से उठती बदबू भी इन्हें सफाई के काम से दूर नहीं कर पाई। गंदगी की सफाई गंदगी में उतरकर ही की जाती है। इसी कहावत को चरितार्थ करते हुए डेरा के सेवादारों ने सफाई की।
राजस्थान (सच कहूँ न्यूज)। ब्लॉक कोटड़ा जिला उदयपुर (राजस्थान) की साध-संगत पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा पर चलते हुए सफाई महाअभियान (गुरुग्राम) में पहुंची। बता दें कि ये वही आदिवासी क्षेत्र के लोग है, जो शिकार किया करते थे, नशों का सेवन किया करते थे। इनको पूज्य गुरु जी ने अपनी पावन शिक्षाओं से मुख्यधारा में लाए और इनके ऊपर एमएसजी 2 मूवी भी बनाई।
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