विरेन्द्र इन्सां ने 5 मई को की थी इस मानवता भलाई कार्य की शुरुआत
जाखल(सच कहूँ/तरसेम सिंह)। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से भूखे को अन्न, प्यासे को पानी मुहिम के तहत जाखल में लोगों को सस्ते दाम पर भोजन उपलब्ध कराने को लेकर एक डेरा अनुयायी आगे आया। जिन्होंने जनसेवा भोजनालय नाम से एक ट्रस्ट बनाई है। अन्य बड़े शहरों की भांति जाखल मंडी के रेलवे रोड पर जनसेवा भोजनालय में पिछली 5 मई से लंगर सेवा शुरू हो चुकी है।
नवगठित जनसेवा समिति के संचालक प्रेमी विरेंद्र कुमार (बिंदा इन्सां) ने बताया इसके लिए समिति के सदस्यों ने बैठक कर फैसला लिया है। और बैठक में तय किया गया कि लोगों के लिए रोजाना सुबह 11 बजे से लेकर 2 बजे तक 10 रुपये में रोटी, चावल, दाल व सब्जी थाली के रूप में भरपेट भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा। जो अब इस भोजनालय में रोजाना 200 से 250 लोग 10 रुपए थाली के हिसाब से भर पेट खाना खाकर अपने पेट की अग्नि को शांत कर रहे हैं।
इस भोजनालय की जाखल की अनेक संस्थाएं, जाखल नगर खेड़ा, स्थानीय दुकानदारों, गणमान्य लोगों और मंडी निवासियों ने इस जनसेवा भोजनालय के सफलतापूर्वक चलने की कामना करते हुए बहुत ही महत्वपूर्ण और प्रेरणा देने वाला कार्य बताया। इस जनसेवा भोजनालय में संचालक प्रेमी विरेंद्र इन्सां, राजकुमार इन्सां, रमेश कुमार गर्ग, सतीश कुमार भोला, सुरेश कुमार कारीगर के आलावा सेवादार मास्टर लक्षपाल, मास्टर अशोक, शामलाल फौजी, बलबीरा घड़ीसाज, शेखर व महिलाओं सहित सभी तन-मन-धन से सेवा निभा रहे हैं। लंगर में सभी सेवादारों को व्यवस्थित रूप से सेवा करते देख हर किसी को एक आत्मिक शांति महसूस होने के साथ-साथ सेवा भावना भी उत्पन्न होती है।
नेक कार्य में ग्रामीणों का मिल रहा भरपूर सहयोग
भोजनालय के संचालक विरेन्द्र इन्सां ने बताया कि भोजनालय में लंगर व्यवस्था को सुचारु रुप से चलाने के लिए उन्होंने डोर टू डोर सहयोग न लेने की बजाए सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को सहयोग की अपील की है। जिसमें कच्चा आढती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान सतीश कुमार गोयल भोला बुसैहरा वाले की तरफ से लंगर में नि:शुल्क चावल व्यवस्था की गई हैै।
जबकि विरेन्द्र इन्सां, राजकुमार इन्सां काला प्रेमी एवं आढ़तिया रमेश कुमार भोजनालय के अन्य खर्च को वहन करने के लिए आगे आए हैं। विरेन्द्र इन्सां ने बताया कि अब मंडी के लोग जागरूक हो चुके हैं अपने शादी, शादी सालगिरह या जन्मदिन इत्यादि पर फिजूलखर्ची ना करने की वजह इस भोजनालय में सहयोग देने लगे हैं। वैसे तो जाखल में अनेक समाजसेवी संस्थाओं द्वारा अनेक प्रकार से काम किए जा रहे हैं। लेकिन यह नर सेवा नारायण सेवा का एक अलग तरह से कार्य शुरू किया गया है।
पूज्य गुरु जी की रहमत से आया ख्याल: बिंदा
जनसेवा भोजनालय के संचालक एवं शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादार प्रेमी विरेन्द्र इन्सां ने बताया कि उन्हें पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की रहमत से ख्याल आया कि यहां पर जाखल जंक्शन होने के कारण जहां अनेक गरीब जरूरतमंद लोग आते-जाते रहते हैं, वही प्रवासी मजदूर भी यहां से अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं। ऐसे में जेब खर्च के अभाव में लोग एक समय भूखा रहते हैं। इसके लिए उनके मन में विचार आया कि यहां पर कोई ऐसी लंगर व्यवस्था, कैंटीन या भोजनालय खोला जाए जहां पर सस्ती दर में लोगों को भोजन उपलब्ध हो।
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