पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने पूरी दुनिया में राम-नाम का डंका बजाया है। और करोड़ों लोगों को बुराइयों व नशों से बचाया है। ऐसे महान गुरु का देन हम कभी नहीं दे सकते है।
-संतोष कुडावले, किसान नगर, महाराष्ट्र
लोगों को पावन स्थापना दिवस पर इतनी साध-संगत को देखकर लग रहा था कि यहां डेरा सच्चा सौदा में गुरु जी तो है नहीं फिर ये इतनी भीड़ कैसे? उन मनमते लोगों को कौन बताएं की वो तो हर जगह, हर कण में मौजूद हैं। सुनारिया में रहते हुए भी पूज्य गुरु जी अपने 6 करोड़ बच्चों में ध्यान रखते हैं।
– अल्का इन्सां, धनोरा, महाराष्ट्र
साध-संगत में जो मानवता भलाई के कार्य करने का जज्बा हैं, वो काबिले तारीफ है। मेरी पूज्य गुरु जी से यही प्रार्थना है कि वो ऐसे ही सारे सेवादरों पर अपनी रहमत बनाए रखें। ताकी साध-संगत मानवता भलाई कार्यों को और भी ज्यादा जोश से करे।
-इन्नर इन्सां, रायपुर, नेपाल
आज पूज्य गरु जी की वजह से पता नहीं कितने ही घर स्वर्ग बन गए हैं। जो लोग रोजाना नशा करके अपने घरों में लड़ाई-झगड़ा किया करते थे। अब वे डेरा सच्चा सौदा से जुड़कर सारी बुराइयों को त्याग चुके हैं। आज उनके घर-परिवार में खुशियां ही खुशियां है। ये सब पूज्य गुरु जी की बदौलत ही संभव हुआ है।
-ईश्वर पाल इन्सां, रतलाम, मध्यप्रदेश
डेरा सच्चा सौदा के रूहानी स्थापना दिवस पर दरबार में आकर मुझे बहुत ही खुशी मिली है। जब भी दरबार में आता हूँ तो आत्मा को असीम शांति मिलती है। जिसका मैं लिख-बोलकर वर्णन नहीं कर सकता हूँ।
-डॉ. अजय इन्सां, जहानाबाद, बिहार
डेरा सच्चा सौदा दरबार के बारे में अब मैं क्या बताऊ आपको यहां आने से लोगों के पुराने से पुराने रोग जो डॉक्टरों ने बताया दिया की ठीक नहीं होगा, वो भी यहां दरबार का लंगर भोजन खाने तथा सेवा सुमिरन करने से पल भर में कट जाता है।
-महेन्द्र सिंह इन्सां, बाजपुर, उत्तराखंड
पूज्य गुरु पर मेरा अट्टू विश्वास है। चाहे दुनिया कुछ भी कहे परंतु मैं पूज्य गुरु जी से कभी भी विमुख नहीं होऊंगा। बढ़-चढ़कर मानवता भलाई के कार्य करता रहूंगा। पूज्य गुरु जी से मेरी यही अरदास है कि वे हमें देह रूप में जल्द से जल्द दर्शन दें जी।
-रामकुमार इन्सां, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश
माना कि पूज्य गुरु जी यहां दरबार में नहीं है। परंतु जो डेरा सच्चा सौदा कि ओर से मानवता भलाई के कार्य जो पूज्य गुरु जी ने चलाएं थे, वे साध-संगत त्यों की त्यों कर रही है। और रूहानी स्थापना दिवस के मौके पर पूज्य गुरु जी ने 139 वां मानवता भलाई का कार्य ‘अनाथ मातृ-पितृ सेवा’ चला दिया है। जो माता-पिता बेसहारा हैं साध-संगत अब उनकी हर संभव सहायता करेगी।
-रामाश्रय इन्सां, सासाराम, बिहार
आज अगर मैं और मेरा पूरा परिवार बुराइयों, नशों से बचे हुए तो ये सब पूज्य गुरु जी ही रहमत है। अगर पूज्य गुरु जी इस संसार में नहीं होते तो पता नहीं क्या हाल होता हमारा। चहूं ओर बुराई का ही बोल बोला होता। पूज्य गुरु जी ने बुराइयों रूपी अंधरे को दूर कर ज्ञान रूपी दीपक जलाया है।
-रूद्रप्रताप सिंह, क्षत्रिय जबलपुर, मध्यप्रदेश
डेरा सच्चा सौदा के रूहानी स्थापना दिवस पर साध-संगत का इतना प्यार देखकर मैं भाव-विभोर हो गई। इस भीषण गर्मी में भी साध-संगत ने अपना संयम नहीं खाया। साध-संगत ने पूरी एकता और भाईचारे का परिचय दिया।
-हसां बेन, अहमदाबाद, गुजरात
मैं और मेरा सारा परिवार डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है। रूहानी स्थापना दिवस पर पूज्य गुरु जी के रूहानी संदेश ने डेरा श्रद्धालुओं में नई ऊर्जा की लहर जगा दी है। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणाओं पर चलते हुए मानवता भलाई कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। पूज्य गुरु जी के रहमत से ही हमारा सारा परिवार बुराइयों तथा नशों से बचा हुआ है। पूज्य गुरू जी से ही अरदास है कि हम पर सदा अपनी ऐसे ही दया-मेहर रहमत बनाए रखें जी।
-सपना इन्सां’ सरसा
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