मानवता: पूज्य गुरु जी की प्रेरणा से इन्सानियत की अलख जगा रहे डेरा अनुयायी
- गुमशुदा युवक के परिजनों की तलाश जारी
- खुद को उतर प्रदेश का निवासी बता रहा युवक
संगरिया। (सच कहूँ/सुरेंद्र जग्गा) अपने कर्मों की मार झेलता हुआ कोई मानसिक रूप से परेशान व्यक्ति आम व्यक्ति को कहीं दिख जाए तो शायद वह मुंह फेरते हुए अपने गतंव्य की ओर निकल जाएगा। ये मंदबुद्धि जमाने के लिए हंसी के पात्र बनकर रह गए हैं। ऐसे ही न जाने कितने मानसिक रूप से कमजोर मंदबुद्धि पुरुष व महिलाएं अंजान सड़कों पर अपनों को सारी उम्र खोजते रहते हैं। लेकिन उन्हें अपनों का साया नसीब नहीं होता। ऐसे में डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने इन मंदबुद्धि लोगों का दर्द समझा और मानवता भलाई की कड़ी में ‘इंसानियत’ मुहिम की शुरुआत की।
पूज्य गुरु जी के एक आह्वान पर करोड़ों की साध-संगत ने मंदबुद्धि लोगों की संभाल करनी शुरू की। डेरा सच्चा सौदा के करोड़ों अनुयायी समाज की भलाई के लिए दिन-रात सेवा कार्य में लगे रहते हैं। डेरा सच्चा सौदा द्वारा किए गए अनेक कल्याणकारी कार्यों की माला में यह एक मोती है। इस पहल के तहत सेवादार भाई सड़कों पर मिलने वाले मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों की जिम्मेदारी लेते हैं, उनकी देखभाल करते हैं और उन्हें उनके परिवारों से मिलाते हैं। अब तक सैकड़ों लोगों का पुनर्वास किया जा चुका है।
इसी कड़ी में संगरिया ब्लॉक के गांव चक्क हीरा सिंह वाला में एक 25-30 साल का युवक, जो कि मानसिक रूप से परेशानी की हालत में बेसहारा घूमता हुआ गांव के सेवादार भाई बद्री इन्सां को मिला। जिसके बारे में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार भाई लालचंद इन्सां को बताया तो लालचंद इन्सां ने मौके पर जाकर युवक की हालत को देखा तो वह मैले-कुचेले बदबूदार लिबास पहने हुए था। भूख और प्यास से व्याकुल नजर आ रहा था, सेवादार भाइयों ने उसको चाय-पानी पिलाया और उसकी सूचना पुलिस थाना में देने के बाद उसे संगरिया के नामचर्चा घर में लेकर आए उसे नहलाया, कपड़े बदले फिर उसे डॉक्टर को दिखाया। हालत में कुछ सुधार होने के बाद उसने अपना नाम हरी कृष्ण व उतर प्रदेश का निवासी बताया उसका बायां हाथ भी कटा हुआ है। उसके बताए अनुसार परिजनों का पता लगाने के लिए सेवादार भाई सोशल मीडिया और पुलिस प्रशासन के सहयोग से लगे हुए है।
लाल चंद इन्सां ने बताया कि संगरिया ब्लॉक द्वारा पूज्य गुरु जी की पावन प्रेरणा से इससे पूर्व भी लगभग सैकड़ों ऐसे मानसिक रूप से परेशान गुमशुदा महिला-पुरुष और बच्चों का इलाज करवाने के बाद उनके परिवार से मिला चुके है। लाल चंद इन्सां का कहना है कि जब तक इस युवक के परिजनों का पता नहीं लग पाता, तब तक सेवादार भाई उसे संगरिया के नामचर्चा घर में रखेंगे और उसकी सार संभाल करेंगे। इस सेवा कार्य में मुख्य रूप से शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के जिम्मेवार भाई लालचंद इन्सां, बद्री इन्सां, पवन इन्सां जंडवाला, जगजीत सिंह इन्सां लंबीढाब, अमरा राम इन्सां, पूर्ण इन्सां, गोविंद सोनी इन्सां, सीएलजी सदस्य व समाजसेवी अमरनाथ पेंटर, भंगीदास जसविंदर सिंह इन्सां, बनारसी दास इन्सां व सुरेन्द्र जग्गा इन्सां सहयोग दे रहे हैं।
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