रूहानी स्थापना माह: पहले से ज्यादा बढ़ी डेरा सच्चा सौदा की चमक

Dera followers distributes ration and stationary

नामचर्चा घरों में साध-संगत का विशाल इकट्ठ गुरु गुणगान को पहुंची

चंडीगढ़ (ब्यूरो)। आज डेरा सच्चा सौदा केवल एक संस्था का नाम नहीं बल्कि ये एक पूरे विश्व में प्रख्यात मानवीय विचारधारा धारा का रूप है। 1948 में इस संस्था की नींव शाह मस्ताना जी महाराज ने हरियाणा के सरसा में रखी तब उन्होंने मरती इंसानियत को बचाने का ‘सर्व धर्म संगम’ का नारा दिया। जाति-धर्म, मज़हब के नाम की भयानक आंधी के उस दौर में केवल डेरा सच्चा सौदा संस्था ही ऐसी थी जहां एक जगह किसी भी जाति, धर्म, मज़हब का व्यक्ति एक साथ बैठ सकता था।

आज मस्ताना जी के लगाए उस बीज ने खूब हरे-भरे घने पेड़ का रुप धारण कर लिया है और पूरी दुनिया में अपनी ‘सर्व धर्म संगम’ की विचारधारा के लिए प्रख्यात हो चुका है। बेशक काले बादलों की सूरज ढांपने की कई कोशिशें हुर्इं हैं लेकिन डेरा सच्चा सौदा की चमक पहले से ज्यादा हो चुकी है। जिसकी बानगी इन दिनों डेरा सच्चा सौदा के 71वें स्थापना दिवस व ‘जाम-ए-इन्सां गुरु का’ की 13वीं वर्षगांठ माह के उपलक्ष्य में देशभर में आयोजित हो रही नामचर्चाओं में देखने को मिल रही हैं।

साध-संगत की संख्या के सामने छोटे पड़े नामचर्चा घर

हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड, हैदराबाद, हिमाचल प्रदेश व देश के कई अन्य राज्यों के साथ-साथ विदेशों में भी डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत बड़े हुजूम के तौर पर नामचर्चाओं में पहुंच रही है। साध-संगत की एकजुटता देखने लायक है। एक ही आवाज़ पर डेरा द्वारा किए जा रहे 134 मानवता के कार्यांे पर बढ़-चढ़ के हिस्सा लेने के संकल्प दोहराए जा रहे हैं। साध-संगत नए जोश व जुनून के साथ इंसानियत के रास्ते पर अडिग हो रही है। खास बात यह है कि साध-संगत अपने पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणाओं पर चलते हुए दीन-दुखियों, जरूरतमंदों एवं स्कूली बच्चों की हर संभव मदद कर रही है। हर नामचर्चा में जरूरतमंद बच्चों को पुस्तकें व शिक्षण सामग्री के साथ-साथ जरूरतमंद परिवारों को राशन, गरीब कन्याओं की शादी एवं बेसहारों को मकान बना कर दिए जा रहे हैं।

हर सत्संग घर एवं नामचर्चा घर साध-संगत से भरे नज़र आ रहे हैं। कहीं-कहीं तो साध-संगत जगह कम पड़ने के कारण पंडाल से बाहर ही बैठ कर गुरु गुणगान कर रही है। ज्ञात रहे कि 29 अप्रैल 1948 को पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज ने सर्वधर्म संगम डेरा सच्चा सौदा की स्थापना की थी। तबसे ही साध-संगत हर वर्ष पूरे अप्रैल माह को डेरा सच्चा सौदा के पावन रूहानी स्थापना माह के उपलक्ष्य में मनाती है तथा इस दौरान अनेक जन कल्याण व परोपकार के कार्य भी किए जाते हैं। बता दें कि डेरा सच्चा सौदा के नाम मानवता भलाई कार्यों में 70 से ज्यादा विश्व रिकॉर्ड हैं।

कैथल की साध-संगत ने 150 जरूरतमंद बच्चों को कॉपी बांटी गई

कैथल। डेरा सच्चा सौदा स्थापना माह के उपलक्ष्य में कैथल आश्रम में नामचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें ब्लॉक गुहला, चीका, हरिगढ़, सीवन, पुंडरी, राजौंद, कलायत, ढांड व कैथल की की साध-संगत ने 150 बच्चों को बुक और कॉपी बांटी गई तथा हेल्थ चेकअप कैंप लगवाया गया।

 

 

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