घर में नहीं था कोई कमाने वाला, तुरंत मदद को आगे बढ़ाए हाथ
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साध-संगत ने स्वयं वहन किया 2.30 लाख का खर्च
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मकान बनवाने में 50 से अधिक श्रद्धालुओं ने किया सेवाकार्य
भिवानी (सच कहूँ न्यूज)। मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताएं रोटी, कपड़ा और मकान होते हैं। भिवानी जिले के गांव धाहरेडू की विधवा सुमन व गांव जुई की महिला निशा के लिए डेरा सच्चा सौदा के लोग फरिश्ता बनकर पहुंचे। इन सेवादारों ने कुछ ही घंटों में वर्षों से मकान से महरूम इन महिलाओं के सिर पर सम्मान से जीवन जीने के लिए छत बनाकर दी।भिवानी में साध-संगत के जिम्मेवार घनश्याम इन्सां ने बताया कि गांव जुई की निशा पत्नी संजय और गांव धाहरेडू की महिला सुमन पत्नी स्व. राजकुमार ने जब उनके सामने इस बात का जिक्र किया कि उनके पास रहने को अपना मकान नहीं है तो डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत ने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से 50 से ज्यादा सेवादारों ने एक ही दिन में उनके मकान बनाकर खड़े कर दिए।
उन्होंने बताया कि जुई खुर्द निवासी महिला निशा अस्वस्थ रहती है तथा उनकी एक 17 वर्षीय बेटी है तथा उसका पति मजदूरी करता है। उनके पास अपना रहने को मकान नहीं था तो डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत ने 11 अगस्त को इनका 12बाई12 फीट का एक कमरा, 7 बाई 6 फीट की एक रसोई, टॉयलेट व बाथरूम बनाकर दिया। इस एक लाख 65 हजार रुपए का खर्ज आया, जो साध-संगत ने अपनी ओर से एकत्रित किया। वहीं गांव धाहरेडू की विधवा सुमन जो मात्र बुढ़ावा पेंशन पर अपना गुजर-बसर करती हैं। उसका मकान जर्जर अवस्था में था तथा छत टपक रही थी। आज उनके मकान की छत पक्की की गई, दीवारों की लिपाई की गई तथा कच्चे फर्श व आंगन को पक्का किया गया, जिस पर 65 हजार रुपए खर्चा आया। जबकि 50 से अधिक सेवादारों ने सेवा कार्य करके उनका मकान बनाकर दिया। गौरतलब है कि पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए जरूरतमंदों की मदद के लिए डेरा सच्चा सौदा की भिवानी ईकाई के सेवादार हमेशा तत्पर रहते हैं। इस मौके पर मकान बनाकर देने वालों में जिम्मेवार घनश्याम इन्सां के अलावा 15 मैंबर राजू इन्सां, राजकुमार इन्सां, प्रदीप इन्सां, सुधीर इन्सां, दयानंद इन्सां सहित दर्जनों की संख्या में साध-संगत मौजूद रही।
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