ये थे हालात। पॉलीथीन से ढक कर बनाई छत बारिश में टपकने पर बढ़ जाती थी परेशानियां | Welfare Work
- झोपड़ी में परिवार सहित गुजर-बसर को था मजबूर
संगरूर(सच कहूँ/गुरप्रीत सिंह/नरेश कुमार)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां (Welfare Work) की पावन प्रेरणाओं पर चलते हुए डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी जरूरतमंदों की मदद के लिए हर वक्त तैयार रहते हैं। इसी क्रम में संगरूर की मंगलवाल कॉलोनी में पॉलीथीन से ढक कर बनाई गई झोपड़ी में रहने वाले बुजुर्ग की सुध लेते हुए उसे नया घर बनाकर दिया। जानकारी मुताबिक मंगवाल कॉलोनी में बुजुर्ग सतपाल (73) कई सालों से दीवारों पर पॉलीथीन की छत डालकर झोपड़ीनुमा आश्रय में परिवार सहित जीवन यापन कर रहा था। उसकी पत्नी की 15 वर्ष पहले मौत हो चुकी है और उसके तीन बेटे भी उससे अलग होकर रहने लगे और सतपाल के बुजुर्ग अवस्था में पहुंचने पर उस पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा।
जबकि एक दिन बारिश और तूफान ने उसके सिर की छत को भी तीला-तीला कर दिया। दीवारों पर छत गिरने कारण वह प्लास्टिक के कागज की झोंपड़ी बनाकर उसमें रह रहा था। ब्लॉक भंगीदास बंत सिंह इन्सां ने बताया कि बुजुर्ग सतपाल इन्सां का मकान बनाने के लिए ब्लॉक संगरूर की साध-संगत आगे आई। सेवादारों ने कुछ ही घंटों में बुजुर्ग के लिए एक कमरा, रसोई, शौचालय तैयार कर दिया गया। साध-संगत ने एक दिन में ही बुजुर्ग सतपाल को घर बनाकर दीवारों पर रंग-रोगन कर व दरवाजे लगाकर उसका सामान भी कमरे में रखवा दिया
उन्होंने बताया कि इस सेवा कार्य में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैलफेयर फोर्स विंग के सदस्यों, गाँव वासियों व अन्य जिम्मेवारों ने भी सहयोग दिया। इस मौके आस-पड़ोस के लोगों की ओर से डेरा श्रद्धालुओं के इस प्रयास की भरपूर प्रशंसा की।
साध-संगत ने मेरे ऊपर बहुत बड़ा परोपकार किया : सतपाल | Welfare Work
- भावुक बुजुर्ग सतपाल ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा के सेवादार मानवता के असली रक्षक हैं।
- आज के समय में जहां कोई अपना किसी को नहीं पहचान रहा,
- वहीं डेरा श्रद्धालुओं की यह नि:स्वार्थ सेवा अपने आप में बहुत बड़ी बात है।
- मैं पूरे ब्लॉक की साध-संगत का तहेदिल से धन्यवाद करता हूँ।