सुनाम उधम सिंह वाला(सच कहूँ/कर्म थिंद)। डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं द्वारा किए जा रहे मानवता भलाई के कार्य समाज के लिए भी प्रेरणास्रोत बनते जा रहे हैं। मानवता भलाई कार्यों की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए सुनाम ब्लॉक के पंद्रह मैंबर जसपाल सिंह इन्सां ने आज एक मन्दबुद्धि युवक जो सड़कों पर घूम रहा था उसकी सार-संभाल संभाल की है और उसे उसके परिवार के साथ मिलाने में जुट गए हैं।
ब्लॉक सुनाम के पंद्रह मैंबर जसपाल इन्सां ने बताया कि वह बीते दिन किसी घरेलू कार्य के लिए संगरुर में डीसी दफ़्तर रोड पर जा रहे थे तो अचानक उनकी नजर एक मन्दबुद्धि व्यक्ति पर पड़ी। जिसकी हालत बहुत खराब थी क्योंकि उसने भीषण गर्मी में पैजामा के ऊपर दो पैंटें डाली हुई थी और दो टी-शर्टें पहनी हुई थी जिससे उन्हें उक्त नौजवान के हालात बहुत बदतर लगे थे।
जिस उपरांत उन्होंने अपने साथी डेरा श्रद्धालू हरविन्दर बब्बी इन्सां पंद्रह मैंबर संगरुर के साथ बातचीत करके उसे मौके पर बुलाया। उन्होंने दोनों ने उसे स्थानीय सिटी थाना में ले गए जहाँ उसकी जानकारी पुलिस को दी गई जिस उपरांत उन्होंने डेरा श्रद्धालू जुगराज सिंह रिटायर्ड इंस्पेक्टर पंजाब पुलिस के घर उक्त व्यक्ति को लेकर गए जहां उसे साफ-सुथरे कपड़े पहनाकर उसकी सार-संभाल की और उसे समाजसेवी सीनियर फार्मेसी अधिकारी सुखविन्दर बबला की मदद से उसका मेडिकल चैकअप भी करवाया गया जिस उपरांत उसे पिंगलवाड़ा ब्रांच संगरुर में दाखिल करवा दिया गया है।
जसपाल इन्सां ने बताया कि वह उसके परिवार की खोज में जुट गए हैं और जल्द ही उसे उसके परिवार के साथ मिला दिया जाएगा। जसपाल इन्सां ने आगे कहा कि पूजनीय गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पवित्र प्रेरणाओं की बदौलत वह मानवता भलाई के कामों में लगातार जुटे हुए हैं। जसपाल इन्सां ने बताया कि वह इससे पहले अपने परिवारों से बिछुड़े 20 मन्दबुद्धिओं को उनके परिवारों के साथ मिला चुके हैं और उन्होंने कहा कर वह इस व्यक्ति को भी बहुत जल्द परिवार के साथ मिलाने के संभव यत्न करेंगे। इस मौके पर उक्त डेरा श्रद्धालुओं को जुगराज सिंह रिटायर्ड इंस्पेक्टर पंजाब पुलिस द्वारा अपना विशेष सहयोग दिया गया।
समाज के लिए प्रेरणास्रोत बन रहे डेरा श्रद्धालू : सुखविंद्र बबला
सीनियर फार्मेसी अधिकारी सुखविन्दर बबला इन्सां ने कहा कि पूज्य गुरुजी ने हमेशा ही मानवता भलाई का संदेश दिया गया है जिस पर साध-संगत तन-मन से फूल चढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि पहले भी डेरा श्रद्धालू कई मन्दबुद्धि व्यक्तियों को परिवारों के साथ मिला चुके हैं क्योंकि लंबे से अपने परिवारों से बिछड़े व्यक्तियों को उनके साथ परिवार के साथ मिलाना बहुत ही सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि डेरा श्रद्धालू समाज के लिए एक प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं।
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