डेरा श्रद्धालु बोले: पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने सिखाया मानवता का भला करना
- परिजनों ने पूज्य गुरु जी व डेरा श्रद्धालुओं और पिंगलवाड़ा सदस्यों का तहेदिल से किया धन्यवाद
- डेरा श्रद्धालुओं और पिंगलवाड़ा संस्था के प्रयास ला रहे रंग
संगरूर। (गुरप्रीत सिंह/नरेश कुमार) सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए (Welfare Work) डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं के पिंगवालाड़ा संस्था के सदस्यों के साथ मिलकर किए जा रहे मानवीय प्रयास रंग ला रहे हैं। इसी कड़ी के तहत मंगलवार को विभिन्न राज्यों के तीन मंदबुद्धियों को उनके पजिरनों से मिलवाया गया। यह मंदबुद्धि अपने घरों से भटक कर संगरूर व शहर के आसपास के क्षेत्रों में दयनीय हालत में मिले थे, जिन्हें प्राथमिक उपचार व संभाल के बाद पिंगलवाड़ा संस्था में दाखिल करवाया गया था। आज समारोह के दौरान इन्हें इनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
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जानकारी के अनुसार आशीष पुत्र (22) ईशवरी प्रशाद होशंगाबाद (मध्य प्रदेश) का रहने वाला है। यह युवक मानसिक तौर पर परेशान होने के चलते अपने परिवार से बिछुड़ गया था और डेरा श्रद्धालुओं ने 6 फरवरी 2023 को इसकी संगरूर क्षेत्र में संभाल कर प्राथमिक उपचार के बाद पिंगलवाड़े में दाखिल करवाया। आज लगभग 2 महीनों बाद आशीष के परिजन पिंगलवाड़े में आकर आशीष को अपने साथ ले गए। इस संबंधी जानकारी देते डेरा श्रद्धालु जगराज सिंह इन्सां ने बताया कि हमने इस संबंधी मध्यप्रदेश के संबंधित पुलिस थाने में फोन कर आशीष के बारे में सूचना दी थी व इसके बाद उक्त युवक के परिजनों को आशीष के संगरूर पिंगलवाड़ा में होने के बारे में पता चला। परिजनों ने बताया कि अपने बेटे के यूं घर से चले जाने से परेशान हुई उसकी माँ भी घर से लापता हो गई थी, जिसकी तलाश के लिए भी वह दर-ब-दर भटक रहे हैं। सेवादारों ने आशीष के परिजनों को हौसला दिया कि पूज्य गुरु जी की दया मेहर रहमत से आशीष की माँ भी जल्द ही मिल जाएगी।
वहीं इसके अलावा दूसरा युवक सुनील सत्तनपुर (यूपी) का रहने वाला है। यह पिछले 3 सालों से अपने घर से लापता था, जिसकी तलाश में परिजनों ने कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी थी। सेवादारों ने बताया कि यह युवक भी (Sangrur) संगरूर के आसपास के क्षेत्र में दयनीय हालत में घूम रहा था। इस संबंधी सेवादारों को पता चलने पर सेवादारों ने उक्त युवक की संभाल की व संगरूर के पिंगलवाड़ा में दाखिल करवाया। आज उक्त युवक के परिजनों में उसके पिता लविन्द्र व उसका भाई सतीश उसे लेने के लिए पिंगलवाड़ा आश्रम संगरूर पहुंचे। उन्होंने बताया कि वह सुनील की सभी जगह तलाश कर थक हार कर घर बैठ गए थे और जब उनको पता चला कि सुनील सही सलामत संगरूर में है, तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा।
वहीं तीसरा युवक बिट्टू है, जिसे बीते दिनों ही पिंगलवाड़ा संस्था संगरूर में दाखिल करवाया गया था। बिट्टू रतिया जिला फतेहाबाद (हरियाणा) का रहने वाला है। इस संबंधी डेरा श्रद्धालु जगराज सिंह इन्सां ने बताया कि करीब एक माह पहले उनको रणबीर कॉलेज संगरूर के पास से उक्त युवक दयनीय हालत में मिला था, जिसकी संभाल करने उपरांत उक्त युवक को पिंगलवाड़ा आश्रम में दाखिल करवाया गया था। जगराज सिंह इन्सां ने बताया कि उक्त युवक की काउंसलिंग की गई व इसके परिजनों के बारे जानकारी जुटाई गई और सेवादारों ने संबंधित पुलिस थाने में बिट्टू की तस्वीरें दिखाकर उक्त युवक के परिजनों तक पहुंच की।
उन्होंने बताया कि इसके बाद आज उक्त युवक के परिजनों में बिट्टू का पिता बंसी व उसका भाई उसे लेने संगरूर पहुंचे। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले यह बठिंडा से उनसे बिछुड़ गया था। डेरा श्रद्धालुओं ने बताया कि उक्त तीनों युवकों के परिवारों ने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां व सेवादारों और पिंगलवाड़ा संस्था के सभी सदस्यों का बिछुड़ों को अपनों से मिलाने के लिए तहेदिल से धन्यवाद किया। (Welfare Work) सेवादारों ने बताया कि आज तीनों पारिवारिक सदस्यों व मंदबुद्धि युवकों को भावपूर्ण विदाई दी गई।
इस मौके पिंगलवाड़ा संस्था संगरूर के त्रिलोचन सिंह चीमा, हरजीत सिंह अरोड़ा, मास्टर सत्तपाल, गुरमेल सिंह, कुलवंत सिंह, मुखत्यार सिंह के अलावा डेरा सच्चा सौदा संगरूर ब्लॉक के जगराज सिंह इन्सां, विवेक शंटी इन्सां, शशी इन्सां, सतपाल सिंह इन्सां, प्रकाश जोशी, प्रदीप सिंह इन्सां, नाहर सिंह काला सहित अन्य सेवादार मौजूद थे। तीन युवकों के परिजनों ने पिंगलवाड़ा संस्था व डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों का तहेदिल से धन्यवाद किया।
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