पूज्य गुरु जी के परोपकारों का बदला ताउम्र नहीं चुका सकते….

सलाबतपुरा (एम के शायना)। डेरा सच्चा सौदा शाह सतनाम जी रुहानी धाम राजगढ़, सलाबतपुरा में रविवार को समस्त साध-संगत द्वारा पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन अवतार माह का भंडारा श्रद्धाभाव और बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। डेरा सच्चा सौदा शाह सतनाम जी रुहानी धाम राजगढ़, सलाबतपुरा में आयोजित पावन भंडारे की नामचर्चा में डेरा श्रद्धालुओं की तादाद इतनी बड़ी थी कि नामचर्चा पंडाल भी छोटे पड़े गये। नामचर्चा के दौरान डेरा श्रद्धालुओं ने पूज्य गुरु जी द्वारा पूरे विश्व में चलाये जा रहे 142 मानवता भलाई कार्यों को गति देने का संकल्प भी किया। नामचर्चा में दुर दराज से आई साध संगत ने अपने अनुभव इस प्रकार सांझा किए….

‘इस घोर कलियुग के समय में जहां बुराई का बोलबाला है, ऐसे वक्त में पंजाब के कोने-कोने से लंबा सफर तय करके यहां इस पावन भंडारे में उमड़ी साध-संगत की पूज्य गुरु जी के प्रति श्रद्धा, भक्ति और दृढ़ विश्वास बेमिसाल है, इसके लिए हम आपको बारंबार सजदा करते हैं। सतगुरु जी ने नशे और बुराइयां छुड़वाकर हमारे घरों को स्वर्ग, जन्नत से भी बढ़कर खुशियों से महकाया है, इसके लिए पूज्य गुरु जी को कोटि-कोटि नमन, सजदा करते हैं। सतगुरु के ये आशिक अपने दृढ़ विश्वास के साथ नेकी-भलाई के मार्ग से न तो टस से मस हुए हैं और न ही कभी होंगे, बल्कि पूरी दृढ़ता से आगे बढ़ते जाएंगे”।
-सुरेंद्र कौर इन्सां , समाणा , 45 मेंबर पंजाब

‘जब हम साध-संगत के घर नामचर्चा का संदेश लेकर पहुंचे तो उनकी खुशी का कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता था। डेरा श्रद्धालुओं में इस कदर उत्साह व जुनून था जैसे कि पंजाब में दीवाली हो। पूज्य गुरु जी के पावन अवतार माह की खुशी साध-संगत के चेहरों पर साफ झलक रही है।
– सुनीता इन्सां, 45 मेंबर चंडीगढ़


‘डेरा सच्चा सौदा का धन्यवाद करती हूँ जो उन्होंने यहां भंडारे की नाम चर्चा का आयोजन किया। सेवादारों ने हर व्यवस्था इतनी बखूबी की है कि हमें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई है। और ये पंजाब गुरुओं की धरती है, यहां सभी का आदर सम्मान किया जाता है। हर इंसान को धार्मिक प्रवृति का होना चाहिये। आप देख सकते हैं कि यहां कोई अपने बच्चों को लेकर आ रहा, कोई अपनी पत्नी, बहन और माँ को लेकर आ रहा है। इतनी बड़ी संख्या में लोग यहां एकत्रित हुए हैं , उनका पूज्य गुरु जी के प्रति प्यार काबिल-ए-तारीफ है”।
-मनदीप कौर, मुल्लांपुर, पंजाब


पंजाब ही क्या, देश के हर कोने में कहीं न कहीं आज भी नशा, वेश्यावृत्ति, जात-पात, ऊंच-नीच की कुरितियाँ मौजूद हैं। ये सामाजिक बुराइयां जब तक देश में है, इंसानियत दम तोड़ती रहेगी। लेकिन मैं खुद पर गर्व महसूस करता हूँ कि मैं ऐसे समाज का हिस्सा नहीं हूँ। क्यों कि मैं सर्व धर्म संगम डेरा सच्चा सौदा का अनुयायी हूँ। मेरा एक ऐसा महान ‘गुरु’ है जो सभी धर्मों का सत्कार करता भी है और अपने अनुयायियों को भी करने की शिक्षा देता है। पूरे विश्व में सिर्फ और सिर्फ मेरे गुरु ही हैं जिनकी शिक्षा से हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई सभी धर्मों के लोग सब एक साथ बैठकर रामनाम की चर्चा करते हैं।
-रूबल वर्मा इंजीनियर , रायकोट पंजाब


पूज्य गुरु डॉ. एमएसजी के अवतार माह की सभी को बधाई गुरु जी का ऋण हम ताउम्र नहीं चुका सकते। पूज्य गुरु जी ने हमें बताया है कि किसी को गम, दु:ख दर्द में तड़पता देखकर उसकी यथा संभव सहायता करना उसके दु:ख-दर्द को दूर करने की कोशिश करना, पीड़ित की मदद करना ही सच्ची इन्सानियत है। डेरा अनुयायी अपनी हर खुशी दूसरों की मदद करके मनाते हैं। पूज्य गुरु जी द्वारा दिए गए टिप्स से ही मैं फिटनेस ट्रेनर बना हूं। मैं पूज्य गुरु जी को कोटि-कोटि धन्यवाद कहता हूं।
-दीपक इन्सां, फिटनेस ट्रेनर सीजीसी कॉलेज लांद्रा, मोहाली


आज सलाबतपूरा की पावन धरा पर साध संगत का भारी इकट्ठ देखकर दिल गदगद हो उठा। सतगुरु का प्रेम बच्चे बूढ़े मर्द औरत गूंगे बहरे अंधे को सबको आज पावन भंडारे पर खींच लाया। हम अनेकों जन्म लेकर भी अपने मुर्शिद का ऋण नहीं उतार सकते। हमने अपने सतगुरु के हर वचन पर अमल किया है और भविष्य में भी करते रहेंगे। हमारे गुरु जैसा कोई नहीं।
-साहिल इन्सां प्रॉपर्टी कंसलटेंट, मोहाली

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।