सरसा। (सच कहूँ न्यूज) पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए टोहाना निवासी डेरा सच्चा सौदा के जिम्मेवार रामपाल इन्सां ने 114वीं बार बापू मग्घर सिंह जी इन्टरनेशनल ब्लड सेन्टर में रक्तदान किया। आपको बता दें कि डेरा सच्चा सौदा में 147 मानवता भलाई कार्य किए जा रहे है। रक्तदान भी उसमें से एक मानवता भलाई कार्य है।
क्यों करें रक्तदान | Blood Donation
हम रक्तदान करके किसी जरूरतमंद को जीवन दान दे सकते हैं। एक यूनिट रक्त दान कर चार जिंदगियां बचा सकते हैं। डॉक्टरों के अनुसार रक्तदान के बहुत फायदे हैं। रक्तदान करने से शरीर में नया रक्त बनता है तथा खून का संचार भी तेज होता है। जिससे हृदय स्वस्थ रहता है। रक्तदान रूपी महादान का मौका आप सभी के पास है।
आइयें, जानते हैं रक्तदान के फायदे | Blood Donation
- रक्तदान (Blood Donation) से हार्ट अटैक की संभावना कम होती है। क्योंकि रक्तदान से खून का थक्का नहीं जमता, इससे खून कुछ मात्रा में पतला हो जाता है और हार्ट अटैक का खतरा टल जाता है।
- डेढ़ पाव रक्तदान करने से आपके शरीर से 650 कैलोरीज कम होती है।
- आयरन की मात्रा को बैलेंस करने से लिवर हैल्थी बनता है और कैंसर का खतरा कम हो जाता है।
- रक्तदान से शरीर में एनर्जी आती है। क्योंकि रक्तदान के बाद नया ब्लड सेल्स बनते हैं, जिससे शरीर में तंदरूस्ती आती है।
- रक्तदान करने से वजन कम करने में मदद मिलती है। इसलिए हर साल कम से कम 2 बार रक्तदान करना चाहिए।
रक्त कौन दे सकता है?
ऐसा प्रत्येक पुरूष अथवा महिला:-
- जिसकी आयु 18 से 65 वर्ष के बीच हो।
- जिसका वजन (100 पौंड) 48 किलों से अधिक हो।
- जो क्षय रोग, रतिरोग, पीलिया, मलेरिया, मधुमेंह, एड्स आदि बीमारियों से पीड़ित नहीं हो।
- जिसने पिछले तीन माह से रक्तदान नहीं किया हो।
कितना रक्त लिया जाता है?
- प्रतिदिन हमारे शरीर में पुराने रक्त का क्षय होता रहता है ओर प्रतिदिन नया रक्त बनता रहता है।
- एकबार में 350 मिलीलीटर यानि डेढ़ पाव रक्त ही लिया जाता है (कुल रक्त का 20वां भाग)
- शरीर 24 घंटों में दिए गए रक्त के तरल भाग की पूर्ति कर लेता है।
- ब्लड बैंक रेफ्रिजरेटर में रक्त 4-5 सप्ताह तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
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