हनुमानगढ़। पिछले दो दिन से अचानक पलटे मौसम ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। बुधवार को भी समूचा इलाका घने कोहरे के आगोश में लिपटा नजर आया। इससे पहले सोमवार को रात होते ही कोहरा छा गया। मंगलवार की तरह बुधवार को लगातार दूसरे दिन दोपहर तक कोहरे का असर रहा। कोहरा इतना घना था कि चार-पांच कदम की दूरी पर भी कुछ नजर नहीं आ रहा था। कोहरे के साथ चली सर्द हवाओं ने आमजन को ठिठुरा दिया। कोहरे के कारण सड़क मार्गांे पर गाडिय़ों के पहिए थम गए। घने कोहरे के साथ शीतलहर चलने से न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज की गई। तापमान में आई इस गिरावट से सर्दी का अहसास बढ़ गया है।
कोहरे से मिट्टी में नमी से फसलों को होगा फायदा
कड़ाके की सर्दी पडऩे से लोग देर तक घरों में दुबके रहे। बच्चे भी ठिठुरते हुए स्कूल पहुंचे। शहर के बाजारों में सुबह-शाम के समय अन्य दिनों की अपेक्षा कम आवाजाही रही। वाहन चालक फॉग लाइट के सहारे सड़कों पर निकले और गन्तव्य स्थान पर पहुंचे। शहर व गांव के चौक-चौराहों पर लोग लकड़ी जलाकर सर्दी से राहत पाने का प्रयास करते नजर आए। मौसम विभाग ने आने वाले कई दिनों तक प्रदेश के कई हिस्सों में शीत लहर की चेतावनी जारी की है। कोहरे से मिट्टी में नमी से फसलों को फायदा होने की बात कृषि अधिकारी कह रहे हैं। कृषि अधिकारियों की मानें तो चने, गेहूं की फसल को कोहरे से बहुत फायदा मिलेगा।
लगातार कोहरा छाया रहने से मिट्टी में नमी रहेगी, जो इन फसलों को लाभ पहुंचाएगी। अगर लगातार कुछ दिनों तक इसी तरह कोहरा छाया रहेगा तो बारानी चने की फसल की रिकॉर्ड पैदावार होगी। वहीं कोहरे ने अस्थमा के रोगियों की परेशानी बढ़ा दी है। चिकित्सकों के अनुसार कोहरे के चलते सांस और अस्थमा के रोगियों को काफी परेशानी होती है। इसलिए उनको इस सर्दी का विशेष ध्यान रखना होगा। घर से बाहर निकलने से पहले गर्म कपड़े पहनकर रखें। वहीं पीने के लिए गर्म पानी इस्तेमाल करें, जिससे सर्दी-जुकाम और बुखार से बचाव होगा। इसके अलावा छोटे बच्चों का भी विशेष ध्यान रखना होगा अन्यथा निमोनिया आदि की शिकायत हो सकती है।
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