चिंता: अब कोरोना कम, डेंगू का डर ज्यादा सताने लगा

Dengue

सिविल अस्पताल में जांच व मरीजों को भर्ती करने के लिए डेंगू वार्ड स्थापित (Fear of Dengue)

बरनाला (सच कहूँ न्यूज)। एक सप्ताह से कोरोना के मरीजों में अब काफी कमी आई है, लेकिन अब लोगों को डेंगू के डंक से डर लगना शुरू हो गया है। सिविल अस्पताल में बेशक डेंगू के केसों से निपटने के लिए जांच की सुविधा व मरीजों को भर्ती करने के लिए डेंगू वार्ड की स्थापना कर दी गई है, लेकिन शहर भर में फागिंग की सुविधा कमजोर होने से डेंगू का प्रकोप बढ़ने की आशंका है। साथ ही टायफाइड के केस भी आने लगे हैं। इन सभी बीमारियों के लक्षण मिलते-जुलते होने के कारण लोग अधिक परेशान हैं।

 टाइफाइड के केस बढ़ने लगे, लोग बेहद परेशान

नव-नियुक्त सिविल सर्जन डॉ. सुखजीवन कक्कड़ ने बताया कि उन्होंने पदभार संभालने के बाद ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के साथ बैठक की व कर्मचारियों को लोगों को अच्छी सेहत सुविधा देने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि सिविल अस्पताल बरनाला में डेंगू वार्ड स्थापित कर दिया गया है, जहां मरीजों को रखने का पूरा बंदोबस्त है। मच्छरों से बचाव के लिए हर बिस्तर पर मच्छरदानी लगाई गई है और मरीज की संभाल के लिए हर तरह का प्रबंध किया जा चुका है। डाक्टर व अन्य स्टाफ तैनात है, ताकि किसी भी गंभीर मरीज को मौके पर संभाला जा सके। सिविल अस्पताल में डेंगू की जांच के लिए मुफ्त सुविधा है। बाहर से जांच करवाने की बजाए लोग सिविल अस्पताल से जांच करवाएं, ताकि डेंगू की सही पुष्टि हो सके।

उन्होंने लोगों से अपील करते कहा कि कि ड्राई-डे फ्राइ-डे अभियान के साथ-साथ डेंगू-मलेरिया के मच्छर पर रोकथाम लगाने में अपना पूरा सहयोग दिया जाए। सिविल अस्पताल बरनाला के एसएमओ डॉ. ज्योति कौशल ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को बुखार, खांसी, कमजोरी या अन्य लक्षण मिलने पर तुरंत सरकारी अस्पताल से संपर्क करना चाहिए। यह डेंगू, टायफाइड या कोरोना के लक्षण हो सकते हैं, जिनका समय पर टेस्ट करवाकर बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है। सिविल अस्पताल में जांच की पूरी सुविधा है। कोई भी व्यक्ति घर पर अपनी मर्जी से दवा का सेवन करके अपनी बीमारी को छुपाने का प्रयास न करें।

डीसी ने नगर निगम को दिए फागिंग करने के आदेश

अबोहर (सच कहूँ/सुधीर अरोड़ा)। बदल रहे मौसम के मद्देनजर क्षेत्र में डेंगू के मरीजों में बढ़ौतरी हो रही है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के महामारी नियंत्रण सैंटर (एनवीबीडीसीपी) के टीम ने कमर कस ली है। कोरोना को मात देकर इस केन्द्र के इंचार्ज टहल सिंह व भरत सेठी ने शनिवार को अबोहर सरकारी अस्पताल में चार्ज संभाल लिया है। ये पिछले दो सप्ताह से होम क्वारनटाईन थे। टहल सिंह व भरत सेठी ने बताया कि हालांकि सरकार रिकार्ड के अनुसार डेंगू के कम मरीज ही है, लेकिन निजी लैबों में मिली रिपोर्ट में डेंगू का प्रसार अधिक हो रहा है। इसके नियंत्रण के लिए आज से ही उनकी टीम द्वारा प्रभावित इलाकों में स्प्रे व फोगिंग शुरू करवा दी गई है।

इस संबंध में डीसी द्वारा निगम अधिकारियों को भी प्रभावित इलाकों में फोगिंग करवाने के निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे लक्ष्ण पाए जाने सरकारी अस्पताल में डेंगू जांच करवाए जाने की अपील की, ताकि समय रहते इलाज हो सके। टहल सिंह व भरत सेठी ने कहा कि सेहत विभाग की टीम द्वारा लोगों को घर-घर जाकर व कैंपों के जरिए डेंगू के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डेंगू का मच्छर केवल सुबह और शाम के समय ही काटता है। सरकारी अस्पताल में टेस्ट निशुल्क किया जाता है, जबकि प्राईवेट लेबोरेटरी में इसकी फीस 600 रुपए से लेकर 800 रुपए है।

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