स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने बीते सप्ताह 441 जगहों से मिला लार्वा करवाया नष्ट: सिविल सर्जन | Patiala News
पटियाला (सच कहूँ/नरेन्द्र सिंह बठोई)। जिले में डेंगू ने अपना पूरा कहर बरपाया हुआ है और अब तक जिले में 330 डेंगू केस रिपोर्ट हो चुके हैं, जिनमें 34 अभी भी एक्टिव हैं और आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और भी बढ़ने के क्यास लगाए जा रहे हैं, क्योेंकि बीते सप्ताह दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर-घर की गई चैकिंग दौरान 441 जगहों से जो लार्वा मिला था, उसे मौके पर ही नष्ट करवा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग का तर्क है कि अगर लार्वा मिलता है तो यह डेंगू का कारण भी बनता है। Patiala News
जानकारी देते सिविल सर्जन डॉ. रमिन्दर कौर ने बताया कि डेंगू बीमारी की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान ‘हर शुक्रवार डेंगू पर वार’ के तहत स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा विशेष मुहिम के तहत प्राईवेट क्लीनिकों, नर्सिंग होम, अस्पताल और लैबोरेट्रियों आदि में जमा पानी के स्त्रोतों की चैकिंग की ताकि दाखिल हो रहे मरीजोंं से और आगे डेंगू न फैले। इस चैकिंग दौरान अस्पतालों के स्टाफ को सप्ताह में एक बार जमा पानी के स्त्रोतों को खत्म करने के लिए भी जागरूक किया जाए। इन टीमों का जिला एपीडोमोलोजिस्ट डॉ. सुमीत सिंह ने फीलड में जाकर भी निरीक्षण किया। इस मौके जिला मास मीडिया अधिकारी कृष्ण कुमार भी उनके साथ मौजूद थे। Patiala News
सिविल सर्जन ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए सावधानियां बरतना हम सभी की जिम्मेवारी है और सभी के सहयोग से ही इस बीमारी को काबू में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसी किस्म का बुखार होने पर उसकी जांच होनी जरूरी है ताकि समय पर मरीज का सही इलाज हो सके। जिला एपीडोमोलोजिस्ट डॉ. सुमीत सिंह ने बताया कि इस सप्ताह दौरान सेहत टीमों द्वारा 35 हजार 351 घरों का दौरा कर 441 जगहों पर मिला लार्वा नष्ट करवाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जिले में अब तक 330 डेंगू केस रिपोर्ट हो चुके हैं, जिनमें 292 मरीज डेंगू से ठीक हो चुके हैं और 34 एक्टिव हैं। उन्होंने कहा कि बुखार से आने वाले हर केस को डेंगू केस नहीं माना जा सकता। क्योंकि ओपीडी में आने वाले बुखार के मरीजों में ज्यादातर खांसी, जुकाम आदि के लक्षण भी पाए जा रहे हैं। इसलिए बुखार की जांच करके ही बुखार का कारण फ्लू या डेंगू बताया जा सकता है। Patiala News
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