Dengue Fever: सच कहूँ/संदीप सिंहमार। हिसार डेंगू के मामले में तेजी से वृद्धि ने वैश्विक स्वास्थ्य संगठनों और सरकारों के लिए गंभीर चिंता का विषय उत्पन्न कर दिया है। किसी भी देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली पर बोझ डाल सकता है। डब्ल्यूएचओ के आंकड़े दर्शाते हैं कि डेंगू अब वैश्विक स्वास्थ्य संकट की स्थिति में आ सकता है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां मच्छर जनसंख्या की निगरानी और नियंत्रण में कमी है। वर्ष 2024 में अब तक दुनियाभर में 1.24 करोड़ लोग डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। जबकि पिछले वर्ष डेंगू के 65 लाख मामले सामने आए थे। एक ही वर्ष के अंतराल में डेंगू के करीब दोगुना मामले बढ़ने से चिंता बढ़ गई है।
डब्लूएचओ ने दुनियाभर की सरकारों को इस दिशा में काम करने के लिए चेताया है। डेंगू वायरस मच्छरों के माध्यम से फैलता है, खासकर एडीज मच्छर के माध्यम से, जोकि उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। भारत जैसे देश, जहां घनी आबादी और अनियमित मौसम की स्थिति है। यहां डेंगू का प्रभाव विशेष रूप से अधिक होता है। लोगों को स्वच्छता और मच्छर नियंत्रण उपायों के प्रति अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है। सरकारों और स्वास्थ्य संगठनों को अधिक निगरानी, सार्वजनिक जागरूकता अभियानों की ज़रूरत है। इसके अलावा, लोगों को नियमित रूप से अपने घरों और परिवेश में सफाई रखनी चाहिए, कहीं भी पानी का जमाव न होने दें, और मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी और अन्य एहतियाती उपायों का उपयोग करना चाहिए। अगर सही समय पर उपाय नहीं किए गए, तो डेंगू भविष्य में और भी गंभीर रूप ले सकता है और यह संक्रमण अन्य वैश्विक स्वास्थ्य समस्याओं के साथ मिलकर जटिलताएं बढ़ा सकता है।
4 अरब लोगों पर मंडरा रहा डेंगू का खतरा- डब्लूएचओ | Dengue Fever
डेंगू बहुत तेजी से अपना पांव पसार रहा है। इसीलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेताते हुए कहा कि यदि समय रहते काबू नहीं किया गया तो डेंगू महामारी का रूप भी ले सकता है। साल 2024 में अब तक 1.24 करोड़ लोगों को डेंगू का डंक लग चुका है, जो पिछले साल के मुकाबले करीब दोगुना है। डब्लूएचओ के आधिकारिक बुलेटिन के अनुसार दुनियाभर में करीब 4 अरब लोगों पर अभी भी डेंगू का खतरा मंडरा रहा है। भारत भी इस बीमारी से अछूता नहीं है। दिल्ली, हरियाणा, बिहार और मध्य प्रदेश जैसे बड़ी आबादी वाले राज्यों में भी डेंगू असर है। वहीं दुनिया के कई देशों में डेंगू के मरीजों की संख्या हजारों में नहीं बल्कि लाखों में पहुंच गई है,जो चिंता का विषय है।
ब्राजील सबसे अधिक प्रभावित | Dengue Fever
डेंगू की स्थिति इस समय वैश्विक चिंता का विषय बनी हुई है, खासकर लैटिन अमेरिका, अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया और अब यूरोप में। ब्राजील में डेंगू का अभूतपूर्व प्रकोप देखा जा रहा है, जहां इस साल 95 लाख से भी अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, मैक्सिको और पेरू भी डेंगू से बुरी तरह प्रभावित हैं, जिनके आंकड़े लाखों में हैं।इस वैश्विक चुनौती से निपटने के लिए संगठनों को टीकाकरण, रोकथाम की रणनीतियों और जागरूकता अभियानों को बढ़ाने की जरूरत है। इससे न केवल संक्रमण की दर को कम किया जा सकेगा, बल्कि भविष्य में डेंगू के जोखिम को भी कम किया जा सकेगा।
भारत में डेंगू की स्थिति
दुनिया के साथ-साथ भारत में भी डेंगू के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। बिहार, दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश में यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है। राष्ट्रीय मच्छर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के आंकड़ों के मुताबिक अगस्त के अंत तक देश में डेंगू के 32,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके थे। भारत मे 2023 में देश में डेंगू के करीब 2.90 लाख पॉजिटिव मामले सामने आए थे,जिनमेँ से और इनमें से 485 मौत भी हुई थी।
डेंगू के फैलाव के ये हैं कारण
ग्लोबल वार्मिंग के कारण तापमान और वर्षा में बदलाव हो रहा है। इससे मच्छरों के उत्पत्ति और जीवित रहने की दर बढ़ रही है। विकसित होते शहरों में जल निकासी की समस्याएं हैं, जिससे पानी जमा हो जाता है। यह पानी मच्छरों की प्रजनन स्थली बनता है। बड़ी संख्या में लोग ग्रामीण इलाकों से शहरी क्षेत्रों में आ रहे हैं, जिससे भीड़-भाड़ बढ़ रही है और मच्छरजनित रोगों का प्रसार तेज हो रहा। कई स्थानों पर जल निकासी के उचित साधनों की कमी है, जिसके कारण पानी जमा हो जाता है और मच्छर पनपते हैं। कई जगहों पर मच्छर नियंत्रण और रोकथाम के उपाय पर्याप्त नहीं हैं, जिससे वायरस के प्रसार में वृद्धि हो रही है।