कृषि बिल के विरोध में सरसा, मानसा, नाभा, घड़साना में किसानों का प्रदर्शन ( Agricultural Bill Protest)
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देशभर में सड़कों पर उतरेंगे किसान
सरसा। (सच कहूँ डेस्क)। कृषि बिल के विरोध में किसानों का आज देश भर में जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गया है। 31 किसान संगठन बिल के विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सरसा, रानिया में किसान मजदूर व विपक्षी दलों द्वारा सभी बाजारों को दुकानदारों के सहयोग से बंद कराया गया। वहीं पंजाब के मानसा, फरीदकोट, नाभा से भी खबर आ रही है किसानों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। उधर बिहार में तेजस्वी यादव ने बिल के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकाली है। वहीं दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी है। इस बीच इस बिल पर राजनीति भी शुरू हो गई है। प्रियंका गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों की एमएसपी छीन ली जाएगी और किसानों को उधोगपतियों का गुलाम बनने पर मजबूर किया जाएगा। भाजपा किसान विरोधी पार्टी है। उधर यूपी और राजस्थान में भी प्रदर्शन की खबरें आ रही है।
सिरसा:
केन्द्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों के भारतबंद का सिरसा में व्यापक असर देखने का मिला। भारत बंद के तहत शहर की अधिकतर दुकानों के शटर डाउन रहे। शुक्रवार सुबह करीब 10: 30 बजे जिला के अनेक किसान संगठन अनाजमंडी में एकत्रित हुए। इसके पश्चात सभी किसानों ने शहर के विभिन्न बाजारों में पैदल रोष मार्च निकाला और अंत में सभी संगठन शहर के बीचों बीच स्थित सुभाष चौक पर एकत्रित हो गए। विशेष बात यह रही कि बाजार में किसानों के रोष मार्च से पूर्व बाजारों में कुछ दुकाने खुली हुई थी। लेकिन जैसे-जैसे किसान पैदल मार्च निकालते हुए बाजारों में पहुंचे तो दुकानदारों ने एकाएक ही दुकानों के शटर डाउन कर दिए। किसानों के भारत बंद का कांग्रेस पार्टी के अलावा विभिन्न कर्मचारी संगठनों, महिला संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया।
- भूना में सिरसा चंडीगढ़ रोड जाम
तीन विधेयक जिस पर है विवाद
1. कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक 2020
2. मूल्य आश्वासन पर किसान (बंदोबस्ती और सुरक्षा) समझौता
3. कृषि सेवा विधेयक 2020
- श्रीगंगानगर सादुलशहर हाईवे के गांव बुधरवाली पर चक्का जाम।
कृषि संबंधी विधेयक को लेकर राहुल -प्रियंका का मोदी सरकार पर हमला
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने संसद के मानसून सत्र में पारित कृषि संबंधी विधेयक को लेकर शुक्रवार को मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इस कानून के जरिए किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बनाने की व्यवस्था की गई है। गांधी ने इस कानून के विरोध में भारत बंद को सफल बनाने की लोगों से अपील की और सरकार पर हमला करते हुए कहा “दोषपूर्ण वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को बर्बाद कर दिया है। नया कृषि कानून किसानों को गुलाम बना देगा।” इसके साथ ही गांधी तथा श्रीमती वाड्रा ने भारत बंद के लिए भी लोगों से समर्थन देने का आग्रह किया। श्रीमती वाड्रा ने कहा ” किसानों से एमएसपी छीन ली जाएगी। उन्हें कांट्रेक्ट फार्मिंग के जरिए खरबपतियों का गुलाम बनने पर मजबूर किया जाएगा। न दाम मिलेगा, न सम्मान। किसान अपने ही खेत पर मजदूर बन जाएगा। भाजपा का कृषि बिल ईस्ट इंडिया कम्पनी राज की याद दिलाता है।हम ये अन्याय नहीं होने देंगे।”
रानिया में प्रदर्शन करते किसान
मानसा बस में जाते प्रदर्शनकारी
फरीदकोट में बिल के विरोध में धरना प्रदर्शन करते किसान
रतिया मेेंं धरना प्रदर्शन करते किसान
घड़साना में पूर्व विधायक पवन दुग्गल के नेतृत्व में चक्का जाम करते किसान
नाभा में विरोध प्रदर्शन करते किसान
रतिया मेेंं प्रदर्शन करते किसान
पानीपत: कृषि बिल के विरोध में लघु सचिवालय के सामने पुल के नीचे इकट्ठे होने शुरू हुए किसान।
तीन विधेयक जिस पर है विवाद
1. कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक 2020
2. मूल्य आश्वासन पर किसान (बंदोबस्ती और सुरक्षा) समझौता
3. कृषि सेवा विधेयक 2020
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