Rakhi Festival 2024: नई दिल्ली (एजेंसी)। रविवार को अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (CAIT) ने यह कहते हुए खुशी जताई कि इस बार राखी के त्यौहार पर देश भर में 12,000 करोड़ रुपये से अधिक का व्यापार हो सकता है। इस संबंध में व्यापार निकाय ने कहा कि इस बार रक्षा बंदधन के त्यौहार पर राखी की खरीदारी के लिए बाजारों में भारी भीड़ लग रही है तथा लोग राखी के इस त्यौहार को लेकर काफी उत्साहित भी दिखाई दिए। Raksha Bandhan 2024
एक मीडिया रिपोर्ट में व्यापार निकाय की ओर से कहा गया कि स्वदेशी राखियों की मांग इस कदर बढ़ गई है कि ग्राहक इस बार त्यौहारी सीजन में चीनी राखियों को अनदेखा कर रहे हैं और स्वदेशी राखियों को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। रिपोर्ट में सीएआईटी के अनुसार, ‘‘पिछले कई सालों से देश में केवल स्वदेशी राखियाँ ही बिक रही हैं और इस वर्ष भी बाजार में चीनी राखियाँ कम ही देखने को मिल रही हैं।’’
‘‘इस बार राखी की बिक्री में 12,000 करोड़ रुपये से अधिक की वृद्धि की उम्मीद’’
कैट के राष्ट्रीय महासचिव और चांदनी चौक से सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि इस साल राखी का कारोबार 12,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा, जबकि पिछले साल करीब 10,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था। 2022 में यही कारोबार करीब 7,000 करोड़ रुपये, 2021 में 6,000 करोड़, 2020 में 5,000 करोड़, 2019 में 3,500 करोड़ और 2018 में 3,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट में खंडेलवाल और कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया कहते हैं कि इस वर्ष निर्मित राखियों की खासियत यह है कि देश भर के विभिन्न शहरों के मशहूर उत्पादों से खास तरह की राखियां बनाई गई हैं। सीएआईटी प्रतिनिधियों के अनुसार, ग्राहक नागपुर में बनी खादी राखी, जयपुर की सांगानेरी कला राखी, पुणे की बीज राखी, मध्य प्रदेश के सतना की ऊनी राखी, आदिवासी वस्तुओं से बनी बांस की राखी, असम की चाय पत्ती राखी, कोलकाता की जूट राखी, मुंबई की रेशमी राखी, केरल की खजूर की राखी, कानपुर की मोती राखी, बिहार की मधुबनी और मैथिली कला राखी, पांडिचेरी की सॉफ्ट स्टोन राखी, बैंगलोर की फूलों की राखी आदि की भी मांग कर रहे हैं। Raksha Bandhan 2024
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