ऊन तहसील में स्थित खादर क्षेत्र के गांव लक्ष्मीपुरा में यमुना के पानी से हुए नुकसान का मुआवजा दिए जाने तथा तटबंध को सुदृढ कराने की मांग
कैराना (सच कहूँ/संदीप इन्सां)। राष्ट्रीय लोकदल के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को ज्ञापन-पत्र सौंपकर जनपद की ऊन तहसील में स्थित खादर क्षेत्र के गांव लक्ष्मीपुरा के किसानों के खेतों में यमुना के पानी से हुए नुकसान का मुआवजा दिए जाने की मांग की है। उन्होंने यमुना के तेज बहाव से निरन्तर हो रहे कटाव की रोकथाम हेतु नदी की ठोकरों तथा तटबंध को मजबूत किये जाने की भी मांग की है। Kairana News
सोमवार को रालोद का एक प्रतिनिधिमंडल हस्तिनापुर क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष योगेंद्र चेयरमैन के नेतृत्व में कैराना तहसील मुख्यालय पर पहुंचा। जहां पर उन्होंने सम्पूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे जिलाधिकारी रवींद्र सिंह को एक ज्ञापन-पत्र सौंपा। बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने निर्देश पर एक दिन पूर्व रालोद के प्रतिनिधिमंडल द्वारा ऊन तहसील में आने वाले यमुना खादर क्षेत्र के गांव लक्ष्मीपुरा के खेतों का निरीक्षण किया गया। जहां पर यमुना का तटबंध तथा ठोकरें टूटने के कारण तटवर्ती क्षेत्र के किसानों की कई सौ बीघा फसलें पानी में बहकर बर्बाद हो गई। आगे बताया कि यमुना के पानी से कटान निरन्तर जारी है, जिसे रोकने के लिए विभागीय अधिकारियों द्वारा किये जा रहे प्रयास अपर्याप्त है। Kairana News
वही, मौसम विभाग द्वारा आगामी एक-दो दिन में अतिवृष्टि की घोषणा की गई है, जिसके चलते और अधिक नुकसान होने की प्रबल संभावना है। ज्ञापन-पत्र में डीएम से राजस्व टीम का गठन करके यमुना के पानी से प्रभावित क्षेत्र की स्थलीय जांच कराकर पीड़ित किसानों को अतिशीघ्र मुआवजा दिए जाने की मांग की गई। साथ ही, अतिरिक्त संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए यमुना तटबंध तथा ठोकरों को सुदृढ़ कराया जाए ताकि भविष्य में तटवर्ती क्षेत्र के लोगो को यमुना के पानी से होने वाले नुकसान से बचाया जा सके। इस दौरान पार्टी के सदर विधायक प्रसन्न चौधरी, थानाभवन विधायक अशरफ अली, सनोज चौधरी आदि मौजूद रहे।
नियम विरुद्ध रेत खनन से तटबंध को हुआ नुकसान | Kairana News
रालोद के प्रतिनिधिमंडल द्वारा सौंपे गए ज्ञापन-पत्र में आरोप लगाया गया कि विगत दो वर्षों में लक्ष्मीपुरा गांव के निकट यमुना में चार-पांच पॉकलेन मशीनों से दिन-रात नियम विरुद्ध रेत खनन किया गया, जिसके चलते वहां के तटबंध पूरी तरह से जर्जर हो गए। बताया कि जर्जर हो चुके तटबंध किसी भी समय यमुना के पानी के तेज बहाव में टूट सकते है। ज्ञापन में चेताया गया कि यदि समय रहते जर्जर हो चुके तटबंध की मरम्मत नही कराई गई तो तटवर्ती क्षेत्र के कई गांवों तथा डेरों में यमुना का पानी भारी तबाही मचा सकता है।
सीएम पर बाढ़ प्रभावित शामली क्षेत्र को नजरअंदाज करने का आरोप
तहसील मुख्यालय पर पहुंचे रालोद के प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदर विधायक प्रसन्न चौधरी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बाढ़ से प्रभावित शामली क्षेत्र को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने सहारनपुर के बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा किया, लेकिन शामली को इग्नोर कर दिया गया। शामली जनपद के चौसाना क्षेत्र के गांव लक्ष्मीपुरा के किसानों की हजारों बीघा जमीन यमुना की जद में आ गई है। यमुना की ठोकर टूटने के कारण खेतों में खड़ी फसलें पानी में बह गई है। वह शासन-प्रशासन से पीड़ित किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दिए जाने की मांग करते है। इस मुद्दे को रालोद पार्टी विधानसभा सत्र में भी उठाने का कार्य करेगी।
यह भी पढ़ें:– ‘शिकायतों के निस्तारण में शिथिलता न बरतें अफसर’