Delhi-Katra Expressway: कैथल, सच कहूं/ कुलदीप नैन । जिले से होकर निकलने वाले तीसरे नेशनल हाइवे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और कई जगह इस पर अब ट्रायल चल रहा है । वहीं इसको लेकर अधिग्रहण की गई 15 गांव के किसानों की जमीन को लेकर अब भी करोड़ों रुपये की राशि अटकी हुई है। करीब 532 किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया था। जिनमें से 32 किसानों को मुआवजा राशि अभी तक नहीं मिली है। इनमें ज्यादातर किसान गांव धनौरी के रहने वाले हैं। यह गांव दो साल पहले ही कैथल जिले में आया था। इससे पहले जींद का हिस्सा था।
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बता दें कि भारत माला परियोजना के मुताबिक, 670 किलोमीटर लंबे दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस-वे का निर्माण 39 हजार करोड़ रुपये से किया जा रहा है जिसमें से हरियाणा राज्य में यह 113 किलोमीटर लंबा होगा। कैथल जिले में इसकी लंबाई 36 किलोमीटर की है। जिले में बढ़सीकरी कला व खुर्द, बरटा, चौशाला, जुलानी खेड़ा, कलायत, कमालपुर, खरक पांडवा, किठाना, सजूमा, सिणंद, हरिपुरा, सौगरी से होकर यह गुजरेगा। जो कलायत क्षेत्र के गांवों से पंजाब के संगरूर जिले में प्रवेश करता है। अब धनौरी गांव भी जिले में शामिल हो गया है। इस गांव के 13 करोड़ 46 लाख 49 हजार 165 रुपए का मुआवजा दिया जा चुका है जबकि 1 करोड़ 18 लाख 77 हजार 989 बाकी रहता है। ग्राम पंचायत धनौरी के भी 31 लाख रुपए बकाया है। डीआरओ चंद्रमोहन ने बताया कि नेशनल हाइवे को लेकर जिन किसानों की जमीन अधिग्रहण की जा रही है, उनका मुआवजा दिया जा रहा है। अब तक 500 किसानों को मुआवजा राशि दी जा चुकी है।
जिले के सभी किसानो की जमीन का कुल मुआवजा 5 अरब 30 करोड़ 39 हजार 632 रुपए बनता है जिसमें से 500 के करीब किसानो को 4 अरब 98 करोड़ 30 लाख 16 हजार 676 रुपए दिया जा चुका है। वहीं अब भी 31 करोड़ 70 लाख 22 हजार 956 रुपए किसानो को देना बाकी है।
गांव कुल मुआवजा मुआवजा दिया जा चुका
सौंगरी 19.66 करोड़ 19.06 करोड़
किठाना 76.97 करोड़ 65.87 करोड़
कमालपुर 36.35 करोड़ 35.35 करोड़
बढ़सीकरी कला 10.45 करोड़ 10.35 करोड़
बढ़सीकरी खुर्द 22.05 करोड़ 20.90 करोड़
जुलानी खेड़ा 19.92 करोड़ 19.58 करोड़
खरक पांडवा 1.27 अरब 1.17 अरब
कलायत 29.65 करोड़ 28.23 करोड़
चौशाला 35.92 करोड़ 35.71 करोड़
दुबल 24.85 करोड़ 22.97 करोड़
हरिपुरा 22.29 करोड़ 22.07 करोड़
सिंनद 27.30 करोड़ 27.11 करोड़
सजुमा 28.30 करोड़ 28 करोड़
बरटा 33.19 करोड़ 32.45 करोड़
धनौरी 14.64 करोड़ 13.46 करोड़
सफर होगा आसान
एक्सप्रेस-वे तैयार होने के बाद वाहन 120 किमी प्रति घंटे की तेज रफ्तार से चल सकेंगे। एक्सप्रेस-वे से दिल्ली से कटरा जाने का समय में 12 से 14 घंटे से घटकर 6 से 7 घंटे रह जाएगा। इस हाइवे पर जिले अनुसार सिर्फ एक कट रहेगा। कैथल में खरक पांडवा गांव के पास इस पर चढ़ने और उतरने का रास्ता बनाया गया है।
हरियाणा प्रदेश की सीमा में दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस-वे को ट्रायल के तौर पर खोला गया है। कुछ जगहों पर इंटर चेंज का निर्माण अभी अधूरा है। मार्च 2025 तक सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। इसके बाद 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से वाहन फर्राटा भर सकेंगे।
– जगभूषण शर्मा, परियोजना निदेशक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण।