चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। सरसा, फतेहाबाद, हिसार समेत हरियाणा के कर्इं क्षेत्रों में बिगड़ती आबोहवा में लोगों को सांस लेना तक मुश्किल हो रहा है। वहीं वायु प्रदूषण को देखते ही दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है कि दिल्ली में सभी प्राइमरी स्कूल बंद करने का फैसला किया है। उधर हरियाणा सरकार आज इस पर फैसला ले सकती है। प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि लोगों को सांस लेना मुश्किल हो रहा है। इस बीच दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इस मामले में 10 नवंबर को सुनवाई होगी।
केंद्र सरकार को आगे आकर कदम उठाने होंगे: केजरीवाल
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा कि पलूशन के कई कारण हैं। कई लोकल और रीजनल कारण है। एक राज्य की हवा एक राज्य में नहीं रहती, इधर से हवा उधर जाती है, उधर से इधर आती है। हम कई बार कह चुके हैं कि केंद्र सरकार को आगे आकर कदम उठाने होंगे ताकि पूरे उत्तर भारत को प्रदूषण से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को प्रदूषण के कारकों पर काम करना होगा। संयुक्त बैठक होनी चाहिए, एक्सपर्ट से सलाह मिलनी चाहिए।
फरीदाबाद में अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स की बात करें दो आज फ़रीदाबाद का एक यूआई लेबल 550 है जो खतरे के निशान से पार ऐसे में यह बिगड़ता AQI लेबल पहले से बीमार लोगों के लिए जहाँ जानलेवा साबित हो रहा है तो वहीं इसका असर आम लोगों की हर एक सांस पर पड़ रहा है। जिसके चलते कई प्रकार की बीमारियां उन्हें घेर रही हैं।
ये बिगड़ती एयर क्वालिटी उन उन लोगों के लिए बेहद खतरनाक है जो पहले से ही सांस संबंधी बीमारियों से ग्रस्त है लेकिन फ़रीदाबाद में खतरे के निशान को पार कर रहा AQI लेबल जहाँ स्वस्थ व्यक्ति को बीमार बना रहा है तो इसका खास असर आपके नौनिहालों पर भी पड़ रहा है। बिगड़ते AQI को देखकर बच्चों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर विकास गोयल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे फरीदाबाद में AQI लेवल की स्थिति बिगड़ रही है वैसे वैसे फरीदाबाद के सिविल अस्पताल बादशाह खान में बीमार हो रहे बच्चों की संख्या में इजाफा हो रहा है ।
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