जमानत मिलते ही फिर गिरफ्तार हुआ दीप सिद्धू

Deep Sidhu

नई दिल्ली (एजेंसी)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शनिवार को 26 जनवरी को लाल किले में हुई हिंसा मामले के आरोपी पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया है। दीप सिद्धू को शनिवार सुबह ही तीस हजारी कोर्ट ने जमानत दी थी। फिलहाल यह पता नहीं चल सका है कि उसे दोबारा किस वजह से गिरफ्तार किया गया है। सिद्धू पर लाल किला हिंसा के दौरान भीड़ को उकसाने का आरोप है। गौरतलब है 26 जनवरी को राजधानी में हुई हिंसक घटना और लाल किले पर सिखों का पवित्र झंडा निशान साहब फहराने के पीछे पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू का नाम सामने आया था।

हिंसा मामले में 500 से अधिक पुलिस कर्मी हुए थे घायल

आपको बता दें कि 26 जनवरी को हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी किसान अवरोधकों को तोड़ कर राजधानी में दाखिल हो गए थे और आईटीओ सहित अन्य स्थानों पर उनकी पुलिस कर्मियों से झड़पें हुई थीं। इस हिंसा में 500 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, जबकि एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी।

क्या है पूरा मामला

गौरतलब है 26 जनवरी को राजधानी में हुई हिंसक घटना और लाल किले पर सिखों का पवित्र झंडा निशान साहब फहराने के पीछे पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू का नाम सामने आया था।

कौन हैं दीप सिद्धू

दीप सिद्धू पंजाबी फिल्मों के अभिनेता हैं और सामाजिक कार्यकर्ता भी। दीप ने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत पंजाबी फिल्म रमता जोगी से की थी, जिसे लेकर कहा जाता है कि इसके निर्माता धर्मेंद्र हैं। दीप सिद्धू का जन्म साल 1984 में पंजाब के मुक्तसर जिले में हुआ है। दीप ने कानून की पढ़ाई की है। वह किंगफिशर मॉडल अवार्ड भी जीत चुके हैं। 17 जनवरी को सिख फॉर जस्टिस से जुड़े केस के सिलसिले में एनआईए ने सिद्धू को तलब भी किया था।

जब दिल्ली ने आरोपी दीप सिद्दृ पर एक लाख रुपये का ईनाम घोषित किया था

आपकों बता दें कि दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर राजधानी में हुई हिंसा के मामले में अभिनेता दीप सिद्धू तथा तीन अन्य के बारे में जानकारी देने पर एक लाख रुपए के नकद पुरस्कार की घोषणा की थी। लाल किले में झंडे लगाने या इस कृत्य में शामिल होने के मामले में सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह और गुरजंत सिंह पर एक लाख रुपए के नकद इनाम की घोषणा की गई थी।

किसानों का धरना अभी भी जारी

ज्ञात रहे कि दिल्ली की कई सीमाओं पर किसान 26 नवंबर 2020 से धरने पर बैठे हैं। किसानों की मांग है कि किसान संबंधी तीन कानून वापस लिए जाएं। इस मामले में पुलिस ने कई किसान नेताओं को भी आरोपों के घेरे में लिया है। बहुत सारे लोगों से अभी भी पूछताछ जारी है। इस घटना में कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हुए थे।

 

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