तुर्की में मृतकों का आंकड़ा 20 हजार के पार
अंकारा (एजेंसी)। दक्षिणी तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 20,318 हो गई और 80,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। समाचार एजेंसी अनादोलु के अनुसार देश में सोमवार को रिक्टर पैमाने पर 7.7 और 7.6 तीव्रता के दो शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिसका केन्द्र कहरामनमारस प्रांत था। अदाना, अदियामन, दियारबाकिर, गाजिÞयांटेप, हटे, किलिस, मालट्या, उस्मानिया और सनलीउफा सहित 10 प्रांतों में 1.30 करोड़ से अधिक लोग विनाशकरी भूकंप से प्रभावित हुए हैं।
इसके अलावा सीरिया और लेबनान सहित कई देशों ने भी 10 घंटे से भी कम समय में तुर्की में आए तेज भूकंप के झटके महसूस किए। तुर्की में भूकंप के दो शक्तिशाली झटकों के अलावा भी कई हल्के झटके महसूस किए गए। खोज और बचाव के प्रयास जारी हैं और बचाव दल विनाशकरी भूकंप के कई दिनों बाद भी इमारतों के मलबे से जीवित बचे हुए लोगों की तलाश में लगी है। राहत एवं बचाव कर्मियों ने कहारनमारस में भूकंप के 117 घंटे बीतने के बाद कल 34 वर्षीय एक व्यक्ति जीवित पाया गया।
सीरिया, तुर्की में चार लाख स्वास्थ्य आपूर्ति भेजी गई: डब्लूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि उसने तुर्की और सीरिया में शक्तिशाली भूकंप से प्रभावित लगभग चार लाख लोगों के लिए स्वास्थ्य सामग्रियां भेजी है। डब्लूएचओ ने एक वक्तव्य में बताया कि तुर्की और सीरिया को विनाशकारी भूकंप ने बहुत प्रभावित किया है, जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से दोनों देशों को उपचार सहित 72 टन आघात और आपातकालीन सर्जरी से संबंधत सामग्री की आपूर्ति की है। डब्लूएचओ की पहली दो उड़ानों के माध्यम से तुर्की और सीरिया में एक लाख लोगों के लिए 72 टन जीवन रक्षक सामग्री की आपूर्ति की गई है। उसने बताया कि तीसरी उड़ान तीन लाख और लोगों के लिए 37 टन आपातकालीन स्वास्थ्य आपूर्ति के साथ रविवार को सीरिया पहुंचने वाली है।
तुर्की के प्रांतों में लगभग 1.3 करोड़ लोगों को प्रभावित
तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी अनादोलू की रिपोर्ट के अनुसार, ‘जीवित बचे लोग ठंड और भूकंप के बाद लगातार आ रहे झटकों का सामना कर रहे हैं और आश्रय, भोजन, पानी एवं चिकित्सा देखभाल तक उनकी पहुंच बहुत सीमित हैं। डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अदनोम गेब्रएसस ने कहा कि हम पीड़ितों के जीवन की रक्षा करने के लिए समय के खिलाफ दौड़ लगा रहे हैं। इंटरनेशनल फेडरेशन आॅफ रेड क्रॉस एंड रेड क्रिसेंट सोसाइटीज (आईएफआरसी) ने भी राहत अभियानों का समर्थन जारी रखने का संकल्प लिया है क्योंकि जीवित बचे लोग हताशा और बाधाओं का सामना कर रहे हैं। आईएफआरसी के महासचिव जगन चपगेन ने ट्विटर पर कहा कि आपदा से जीवित बचे लोग अकेले नहीं हैं।
गौरतलब है कि दक्षिणी तुर्की में सोमवार को आए दो शक्तिशाली भूकंपों में 20 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि 80 हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए। भूकंपों का केंद्र कहरामनमारस प्रांत रहा है और इसकी तीव्रता 7.7 और 7.6 रही है और इसने अदाना, अदियामन, दियारबाकिर, हाटे, किलिस, माल्टा सहित 10 तुर्की के प्रांतों में लगभग 1.3 करोड़ लोगों को प्रभावित किया है। पड़ोसी देश सीरिया में भी भूकंप से मरने वालों की संख्या 3,300 से ज्यादा हो गई है और 5,200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
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