नई दिल्ली (वार्ता)। केरल के कोझिकोडे जिले में निपाह वायरस के संक्रमण से मरने वालों की संख्या 16 हो गई है। इस बीमारी से अभी 12 लोग गंभीर रूप से बीमार हैं। पुणे के नेशनल वर्गोलॉजी इंस्टीट्यूट ने स्पष्ट किया है कि केरल के कोझिकोडे में संदिग्ध बीमारी से पीड़ित लोग निपाह वायरस से संक्रमित हैं। ऐसा पहली बार देखने को मिला है जब इस बीमारी से मरने वालों की संख्या इतनी ज्यादा है। रिसर्च वैज्ञानिकों ने बताया है कि यह वायरस खासकर जमगादड़, सुअर और अन्य जानवरों के माध्यम से फैलता है।
निपाह वायरस के संक्रमण पर काबू पाने के लिए भारत सरकार ने विशेषज्ञों की एक टीम को केरल भेजा है। ताकि हालात पर समय रहते काबू पाया जा सके। नड्डा ने नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल के निदेशक को निर्देश दिया कि वे प्रभावित जिलों का दौरा कर आवश्यक कदम उठायें। रिपोर्ट के मुताबिक, केरल के कोझिकोड जिले में निपाह वायरस से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। बताया जाता है कि इस जानलेवा वायरस को कोई इलाज नहीं है, राज्य में इस वायरस के फैलने के बाद लोगों में आतंक व्याप्त है।
क्या कहती है WHO की रिपोर्ट
निपाह वायरस जानवरों और इनसानों में नया उभरता हुआ एक गंभीर इंफेक्शन है। WHO की रिपोर्ट , के अनुसार निपा वायरस का उपहार टेरोपस जीनस नामक एक खास नसल के चमगादड़ से मिला है। उस समय इसके लक्षण सूअरों में देखने को मिले थे, 2004 में इंसानो में भी इसके लक्षण पाए गए ।