जिस उम्र में बच्चे ठीक से चलना फिरना नहीं सीखते उस उम्र में ठान लिया था आइएएस बनकर देश सेवा करनी है

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Kaithal News: डीसी प्रीति फाइल फोटो, डीसी प्रीति बच्चो का हाल चाल जानती हुई, गत दिनों नाहर में स्कूल बस गिरने के बाद निरिक्षण करती हुई डीसी प्रीति

कैथल डीसी पद पर सेवाए दे रही डीसी प्रीती ने जज्बे और जुनून से हासिल किया मुकाम | Kaithal News

  • परिवार का मिला सबसे ज्यादा सहयोग : डीसी प्रीति
  • आगे चलकर करेगी जाल कल्याणकारी कार्य : डीसी प्रीति

कैथल (सच कहूँ/कुलदीप नैन)। Women’s Day 2025: कहते है जज्बा और जुनून कही से खरीदा और बेचा नहीं जा सकता इसे सिर्फ अपने अंदर पैदा किया जा सकता है और इसके लिए छोटी या बड़ी उम्र भी मायने नहीं रखती ये कभी भी पैदा हो सकता है। आज 8 मार्च है और इस दिन को विश्वभर में महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है। महिला दिवस के इस अवसर पर हम ऐसी ही एक शख्सियत की बात करने जा रहे है।

जिस उम्र में बच्चे ठीक से चलना, फिरना, उठना, बैठना भी अच्छे से नहीं सीख पाते उस उम्र में इन्होने अपने अंदर एक मुकाम हासिल करने की सोच पाल ली और उस सोच को सिर्फ सोच तक ही सीमित नहीं रखा बल्कि उसे अपना जुनून बनाया और फिर जज्बे के साथ वो मुकाम हासिल किया। जी हाँ ! हम यहाँ बात कर रहे है वर्तमान में उपायुक्त कैथल के पद पर अपनी सेवाए दे रही डीसी प्रीति की। इन्होने तीसरी कक्षा में पढते वक्त अपने दिल में सोच लिया था कि बड़े होकर इस पद तक पहुँचकर देश के लिए सेवाए देनी है और इसके बाद अपने लक्ष्य को पूरा करके ही दम लिया। Kaithal News

  • नाम : प्रीति
  • निवासी : बहादुरगढ़
  • जन्म तिथि : 13 अक्टूबर 1991
  • आइएएस परीक्षा उत्तीर्ण : 2015
  • प्रथम पोस्टिंग : एसडीएम नूंह
  • वर्तमान पोस्टिंग : उपायुक्त कैथल
  • शिक्षा : एम.ए. इकोनॉमिक्स
  • बीटेक (बायोटेक्नोलॉजी)

परिवार का मिला सबसे सहयोग : डीसी प्रीति

डीसी प्रीति ने महिला दिवस के अवसर पर “सच कहूं” से बातचीत करते हुए बताया कि बचपन से ही एक सोच दिल में घर कर गयी थी कि कुछ हटकर करना है। इस सोच को परिवार का साथ मिला और कह सकते है कि माता पिता और उनके जो तीन भाई बहन है उनसे प्रेरणा पाकर वे यहाँ तक पहुंची है। आज आइएएस जैसी देश के सर्वश्रेष्ठ पद पर नौकरी करते हुए और माता-पिता व् भाई बहनों का सपना साकार करके बहुत गौरव महसूस होता है। इस मुकाम तक पहुँचने में उन्हें परिवार का सबसे ज्यादा सहयोग मिला है।

आगे चलकर करेगी जाल कल्याणकारी कार्य: डीसी प्रीति

डीसी प्रीति ने कहा कि जीवन में आगे चलकर उनका सपना जन कल्याण के अधिक से अधिक कार्य करने का है ताकि समाज का भला हो सके। उन्होंने बेटियों को प्रेरणा देते हुए कहा कि कहा कि आज के जमाने में बेटियां किसी से कम नहीं है। महिलाओं को स्वतंत्रता मिल रही है। यदि उन्हें सही मार्गदर्शन मिले तो वे हर मुकाम की सीढ़ियां चढ़ सकती हैं। लडकिय संघर्ष और चुनौतियों का सामना करते हुए सफलताओं के कदम चूम रही हैं। नारी अब अबला नहीं सबला बन गयी है। उन्होंने कहा कि जीवन की चुनौतियों को पढ़ाई से दूर कर सकते हैं। बेटियां जितना हो सके पढ़ें। देश का जिम्मेदार नागरिक बनकर अपना कर्तव्य निभाएं।

युवा अपने अंदर भरे लंबी उड़ान का जज्बा: डीसी प्रीति

डीसी प्रीति ने बताया कि पद की मर्यादा और सेवाकाल में जिम्मेदारी से कर्तव्यों का निर्वहन करना सबसे बड़ी चुनौती है। प्रत्येक पद की चुनौती और जिम्मेदारी होती है। शुरुआत में एसडीएम के पद पर रहकर बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला। डीसी प्रीति का कहना है कि युवा अपने सपनों को पहचान कर लंबी उड़ान भरने का जज्बा पैदा करें तो हर हाल में सफलता उनके कदम चूमेगी।

महिलाओ को परिवार का साथ मिलना जरूरी | Kaithal News

डीसी प्रीति का कहना है कि महिला दिवस पर एक संदेश यहीं है कि समाज में महिलाओं को आगे बढने के अवसर मिलने चाहिए, इसके लिए परिवार का साथ होना जरूरी है। जब समाज में महिला अधिकारी बड़े पद पर तैनात होती है तो आम महिलाओं को अपनी समस्या प्रशासन के सामने में रखने में आसानी होती है। बतौर डीसी महिला अधिकारियों को देखकर जिले की लड़कियां प्रेरित होती हैं कि वे भी आईएएस- आईपीएस बन सके।

नवम्बर से कैथल डीसी के पद पर दे रही सेवाए

2015 बैच की आईएएस ऑफिसर प्रीति ने नवम्बर 2024 में उपायुक्त कैथल के रूप में पदभार संभाला। इनका स्थानांतरण हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण रोहतक के प्रशासक तथा अर्बन एस्टेट रोहतक के अतिरिक्त निदेशक से बतौर उपायुक्त कैथल हुआ। वे कई जिलों में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। इससे पहले वे चरखी दादरी में बतौर डीसी, पानीपत, अम्बाला, कुरूक्षेत्र में एडीसी के पद पर रह चुकी हैं। इसके अलावा वे होडल, तावडू और नूह मेवात में एसडीएम के पद पर भी रही हैं। Kaithal News

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