- उपलब्धि प्रदेश की महिला पहलवान ने भरतपुर में 6 अंकों के साथ जीती कुश्ती चेंपियनशिप
- बुल्लड़ अखाड़े से है ताल्लुक
- फाइनल मुकाबले में कांटे की टक्कर के बाद जयपुर को हराया
BhadurGarh: Rakesh/Prem: बुल्लड़ अखाड़े की प्रीति ने राजस्थान के भरतपुर में हुई कुश्ती प्रतियोगिता में राजस्थान केसरी का खिताब हासिल किया है। खिताब जीतने पर पहलवान प्रीति का अखाड़े में वीरेंद्र बुल्लड़ पहलवान व अन्य पहलवानों ने जोरदार स्वागत किया। अखाड़ा संचालक वीरेंद्र बुल्लड़ ने बताया कि 28 नवंबर को भरतपुर के लोहागढ़ स्टेडियम में हुए महिला भारत केसरी दंगल में उनके अखाड़े की महिला पहलवान प्रीति ने राजस्थान केसरी का खिताब जीत कर बहादुरगढ़ का नाम रोशन किया है। फाइनल मुकाबले में पिंकी जयपुर को कांटे की टक्कर के बाद अंकों के आधार पर प्रीति ने जीत हासिल की। प्रीति ने 6 अंकों के साथ कुश्ती जीती। महिला पहलवान प्रीति ने बताया कि धर्मेंद्र कोच व बुलड़ पहलवान ने उन्हेंखूब परिश्रम करवाया व दांव पेच सिखाए। दंगल कमेटी की ओर से प्रीति को राजस्थान केसरी का पटा और गुर्ज, गदा भेंट की गई और 31000 रुपये का नकद इनाम दिया गया। इस मौके पर लडरावण के पूर्व सरपंच सोनू, कोच धमेंद्र जाखोदा, पहलवान कीर्ती, सीमा, मनीषा, रिधम, अवनि व उषा आदि मौजूद थे।
खुद खाना बनाकर अखाड़े में की कड़ी मेहनत
बुल्लड़ पहलवान ने बताया कि प्रीति होनहार पहलवान है और अन्य लड़कियों के साथ खुद खाना बनाकर और अपना सारा काम खुद करके सुबह शाम कड़ी मेहनत कर रही है और दिन-रात अखाड़े में ही रहती है। अखाड़ा संचालक ने कहा कि उनके अखाड़े में दूर दराज से 12 लड़कियां घर परिवार छोड़ के अखाड़े में ही रहती हैं। यदि सरकार उनके अखाड़े को कोई सरकारी महिला कोच और उपलब्ध करवा दे तो और भी अच्छा हो जाएगा। उनके अखाड़े में जिम और मैट तथा मिटी के अखाड़े की सुविधा और लड़कियों के रहन-सहन का बंदोबस्त तो पहले से ही मौजूद है। बढ़ते हुए कुश्ती के लगाव को देखते हुए उन्होंने बहादुरगढ़ क्षेत्र में कहीं भी लड़कियों की कुश्ती एकेडमी न होने के कारण अपने अखाड़े को केवल लड़कियों के लिए ही शुरू किया। लड़कियां लड़कों के मुकाबले ज्यादा अनुशासन में रहती हैं और लग्न से अभ्यास करती हैं। सरकार खिलाड़ी की जीत के बाद तो खूब सुविधा देती है, पर खिलाड़ियों की तैयारी और सुविधा में भी ध्यान देना चाहिए।